मुंबई : अमेरिका के मजबूत रोजगार आंकड़े से फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढ़ाये जाने की आशंका बढ़ गयी है जिससे अधिकतर एशियाई बाजारों के साथ घरेलू शेयर बाजार भी कारोबार की शुरुआत से दबाव में आ गये। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 407 अंक गिरकर 34,005.76 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजारों में विदेशी कोषों की बिकवाली का भी जोर रहा और पूंजी का बाह्य प्रवाह होने से कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। अमेरिका में वॉल स्ट्रीट में दूसरी बार बड़ी गिरावट दर्ज की गई। डाउ जोंस के बेंचमार्क में दूसरी बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिका में ट्रेजरी बांड के प्रतिफल में तेजी आने से शेयर बाजारों में गिरावट रही। बीएसई का 30-कंपनी शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में ही नीचे खुला और कारोबार के दौरान 34,000 अंक से नीचे चला गया। बाद में इसमें कुछ सुधार आया लेकिन कारोबार की समाप्ति पर यह पिछले दिन के मुकाबले 407.40 अंक यानी 1.18 प्रतिशत गिरकर 34, 005.76 अंक पर बंद हुआ। चार जनवरी के बाद सेंसेक्स का यह सबसे निचला बंद स्तर है।
तब यह 33,969.64 अंक पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी आज 121.90 अंक गिरकर 10,454.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,398.20 और 10,480.20 अंक के बीच घट-बढ़ में रहा। साप्ताहिक आधार पर यदि तुलना की जाये तो बीएसई सेंसेक्स में गत सप्ताहांत के मुकाबले 1,060.99 अंक यानी 3.02 प्रतिशत की भारी गिरावट रही है जबकि निफ्टी इस दौरान 305.65 अंक यानी 2.84 प्रतिशत नीचे आया है।
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