नई दिल्ली : फरवरी में लगातार दूसरे महीने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में गिरावट आई है। फरवरी में जीएसटी संग्रह घटकर 85,174 करोड़ रुपये पर आ गया। सिर्फ 69 प्रतिशत करदाताओं ने इस दौरान रिटर्न दाखिल किया। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि फरवरी महीने के लिए 25 मार्च तक करीब 59.51 लाख जीएसटीआर 3 बी रिटर्न दाखिल किए गए। यह मासिक रिटर्न दाखिल करने वाले कुल करदाताओं का 69 प्रतिशत बैठता है। बयान में कहा गया है कि 26 मार्च तक फरवरी, 2018के लिए जीएसटी के तहत हासिल राजस्व 85,174 करोड़ रुपये रहा। जनवरी में जीएसटी संग्रह 86,318 करोड़ रुपये रहा था।
दिसंबर और नवंबर में यह क्रमश: 88,929 करोड़ और 83,716 करोड़ रुपये रहा था। फरवरी में जीएसटी से जुटाई गई 85,174 करोड़ रुपये की राशि में से 14,945 करोड़ रुपये केंद्रीय जीएसटी और 20,456 करोड़ रुपये राज्य जीएसटी से जुटाए गए। वहीं 42,456 करोड़ रुपये एकीकृत जीएसटी और 7,317 करोड़ मुआवजा उपकर से जुटाए गए। निपटान के तहत 25,564 करोड़ रुपये आईजीएसटी से सीजीएसटी-एसजीएसटी खाते में स्थानांतरित किए गए।
बयान में कहा गया है कि इस तरह 26 मार्च तक कुल सीजीएसटी और एसजीएसटी संग्रह क्रमश: 27,085 करोड़ रुपये और 33,380 करोड़ रुपये रहा। 25 मार्च तक जीएसटी के तहत पंजीकृत करदाताओं की संख्या 1.05 करोड़ थी। इनमें से 18.17 लाख कम्पोजिशन डीलर है जिन्हें प्रत्येक तिमाही में रिटर्न दाखिल करना होता है। वहीं 86.37 लाख करदाताओं को मासिक रिटर्न दाखिल करना होता है। वित्त मंत्रालय द्वारा लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार जुलाई में जीएसटी संग्रह 93,590 करोड़ रुपये, अगस्त में 93,029 करोड़ रुपये, सितंबर में 95,132 करोड़ रुपये और अक्तूबर में 85,931 करोड़ रुपये रहा था।
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