मुंबई : हालांकि गत सप्ताह विदेशी निवेशकों की लिवाली निरंतर बनी रही, लेकिन बीच-बीच बैंकों, रीयल एस्टेट, ऑटो, तेल, पॉवर आदि शेयरों में लिवाली-बिकवाली भी बनी रहने से बीएसई व एनएसई में बढ़त सामान्य गति में बनी हुई थी। बीएसई 33342.80 से बढ़त लेकर अंत में 33679.24 अंक एवं एनएसई 10283.60 से तेज होकर इसी अवधि में 10389.70 अंक बंद हुआ। ऑटो, पॉवर, आईटी कम्पनियों के शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स को बल मिला। विदेशी शेयर बाजारों में भी लिवाली-बिकवाली से ज्यादा तेजी नहीं थी। दो सप्ताह पूर्व की तरह आलोच्य सप्ताह में देशी व विदेशी निवेशकों की लिवाली बनी होने से बीएसई व एनएसई में अंतिम सत्र में तेजी का रुख ही रहा।
वैसे बीच-बीच कुछ विशेष कम्पनियों के शेयरों, दवाई, ऑटो, रीयल एस्टेेट, बैंक, सॉफ्टवेयर, इंजीनियरिंग गुड्ïस में निवेशकों की 60 प्रतिशत लिवाली व 40 प्रतिशत बिकवाली रही, जिससे उक्त दोनों इंडैक्स में वृद्धि गति सामान्य बनी हुई थी। हां, दोनों इंडैक्स में पूरे सप्ताह निरंतर बढ़ोत्तरी देखी गयी। मार्केट व आर्थिक विश्लेषकों के अनुसार यह धीमी गति होना, मार्केट को अंदरूनी मजबूती प्रदान करता है। वहीं सीमेंट व रीयल एस्टेट जैसी कम्पनियों के लिए हाई जीएसटी बड़ा महत्वपूर्ण है। जीएसटी अधिक होने से इनकी मांग प्रभावित हुई है, जो पिछले सालों में रीयल एस्टेट क्षेत्र में गड़बड़ी को देखते हुए सरकार द्वारा सख्ती की हुई है। इससे भी इन शेयरों में लिवाली कमजोर होने का असर है।
हालांकि कुछ समय बाद स्थिति काबू में होने से इनके शेयरों में अच्छा निवेश हो सकता है। गत सप्ताह लगभग पूरे सप्ताह बैंकिंंग, स्टील व मैटल के शेयरों में अधिकतर बिकवाली देखी गयी थी। जबकि ऑटो, आईटी, पॉवर एवं इंजीनियरिंग गुड्ïस के शेयरों में पूरे सप्ताह निवेशकों की लिवाली का रुख रहा। इससे बीएसई व एनएसई में निरंतर तेजी की गति ही बनी हुई थी, जो अंतिम सत्र में 60 प्रतिशत शेेयरों में लिवाली से दोनों इंडैक्स क्रमश: 33679.24 एवं 10389.70 अंक पर बढ़त लेकर ही बंद हुए। वहीं भारत द्वारा कोयले आयात पर जोर देने की चर्चाएं आ रही हैं, जिसकी मांग सीमेंट व पॉवर क्षेत्र में होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इन क्षेत्रों में निवेश स्थिति बढऩे की संभावना लग रही है। इसके अलावा ग्लोबल इक्विटी एक्सचेंज में गत सप्ताह 60 प्रतिशत बढ़ोत्तरी सुनी गयी।