नई दिल्ली : भारतीय जीवन बीमा निगम ने 2016-17 में सरकार और ग्राहकों को 40 प्रतिशत अधिक बोनस देने का निर्णय लिया है। निगम ने 47,387.4 करोड़ रूपए को पॉलिसीधारकों को लाभ के साथ प्रतिवर्ती बोनस के रूप में आवंटित किया जाएगा और देश में कारोबार के दौरान अधिशेष के हिस्से में सरकार को 2494.1 करोड़ रूपए का भुगतान किया है। एक साल पहले ये राशि 34,207.58 करोड़ रूपए और 1800.40 करोड़ रूपए रही थी।
इन्हें सबसे ज्यादा बोनस
कंपनी ने डायमंड जुबली इयर पर प्रत्यावर्ती बोनस की भी घोषणा की है जो पांच रूपए से 60 रूपए प्रति हजार होगा। निगम 150 प्रतिशत की वैधानिक आवश्यकता के मुकाबले 154.7 प्रतिशत की शोधन क्षमता अनुपात को बनाए रखने में सक्षम रहा है। 2016-17 के दौरान जीवनश्री , जीवन प्रधान, जीवन निधि योजना और जीवन अमृत जैसी नीतियों के ग्राहकों को उच्च बोनस मिला है। निगम ने जीवनप्रणाली, जीवनलाभ, जीवन प्रगति जैसी नई योजानाओं के ग्राहकों के लिए बोनस घोषित किया है।
शेयर बाजार से मार्किट से हुआ एलआईसी को फायदा
एलआईसी को इक्विटी इंवेस्टमेंट पर अच्छा फायदा हुआ है। वित्त वर्ष 2017 में स्टॉक मार्केट से फायदे में एलआईसी को 72 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 19 हजार करोड़ रूपए ज्यादा मिला। मार्च 2017 तक एलआईसी का स्टॉक मार्केट में इंवेस्टमेंट 5.11 लाख करोड़ रूपए था। 2017 में एलआईसी ने 40 हजार करोड़ का इंवेस्टमेंट किया, जबकि पिछले साल ये इंवेस्टमेंट 50 हजार करोड़ रूपए और वित्त वर्ष 2015 में 65 हजार करोड़ रूपए था।