नई दिल्ली : फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में प्रस्तावित बढ़ोतरी का मुद्रास्फीति असर मामूली रहेगा क्योंकि कई मामलों में बाजार कीमत कहीं अधिक है। बैंक आफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोएफएमएल) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मुद्रास्फीति के जोखिम को कुछ बढ़ाचढ़ाकर कर दिखाया जा रहा है। हालांकि जून तिमाही में मुद्रास्फीति बढ़कर 5.4 प्रतिशत पर पहुंच सकती है, लेकिन काफी हद तक यह आधार प्रभाव की वजह से होगा।
बोएफएमएल के शोध नोट में कहा गया है कि एमएसपी में बढ़ोतरी का मुद्रास्फीतिक प्रभाव वास्तव में काफी सीमित रहेगा। इसमें कहा गया है कि मोबाइल हैंडसेट, टीवी पैनल और प्रसंस्कृत खाद्य पर सीमा शुल्क वृद्धि का अधिक मुद्रास्फीतिक असर नहीं पड़ेगा। रिजर्व बैंक के नीतिगत रुख के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्याज दरों में कटौती संभवत: अगस्त में होगी। क्योंकि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) 2017 की तरह अच्छी बारिश का इंतजार करना चाहेगी।
अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें।