दिल्ली में ढोंगी बाबा वीरेन्द्र देव दीक्षित के रोहिणी स्थित आध्यात्मिक ईश्वरीय विश्व विद्यालय से 41 बंधक लड़कियों को छुड़ाने के बाद अब द्वारका मोड़ स्थित नवादा आश्रम से 21 महिलाओं को छुड़ाया गया है जिनमें कुछ नाबालिग भी हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने वीरेन्द्र देव दीक्षित के सभी आश्रमों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कल आदेश जारी किया था। इसके अलावा आरोपी को चार जनवरी तक अदालत के समक्ष पेश करने का आदेश दिया था। इसके बाद पुलिस और दिल्ली महिला आयोग की टीम ने उत्तम नगर स्थित आश्रम में छापा मारकर महिलाओं को मुक्त कराया है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि उनकी टीम कल देर रात नवादा आश्रम पहुंची जहां 21 महिलाओं को कमरों में बंद करके रखा गया था जिनमें कुछ नाबालिग लडकियां भी शामिल है। कुछ महिलाओं की मानसिक हालत ठीक नहीं है। विजय विहार आश्रम की तरह ही यहां भी ढेरों दवाई मिली हैं। उन्होंने वीरेंद, दीक्षित को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर कहा कि समाचार चैनलों से मिली खबर के अनुसार पुलिस ने वीरेन्द, दीक्षित के फरुरखाबाद आश्रम में छापा मारा और वहां से 40 लड़कियां को छुड़या। यह बहुत अच्छा है। इसी प्रकार की कार्रवाई तत्काल देश भर में करने की जरूरत है। फर्जी बाबा दीक्षित के अच्छे दिन खत्म हो गये। उसे सलाखों के पीछे डालो।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस और महिला आयोग की टीम ने कल देर रात दिल्ली के मोहननगर स्थित आध्यात्मिक इश्वरीय विश्वविद्यालय पहुंच कर जांच शुरू दी है। बताया जाता है कि वीरेन्द्र देव दीक्षित ने पूरी दिल्ली में आठ केंद, बनाए हैं जिसमें धर्म के नाम पर बच्चियों का शोषण होता है।
गौरतलब है कि इससे पहले रोहिणी के विजय विहार इलाके में स्थित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय पर छापेमारी के दौरान 41 महिलाओं को मुक्त कराया गया है।
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