जम्मू-कश्मीर में उदारवादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (एचसी) प्रमुख मौलवी उमर फारूक की पिछले 57 दिनों से जारी नजरबंदी को आज समाप्त कर दिया गया लेकिन कट्टरवादी हुर्रियत धड़े के प्रमुख सैय्यद अली शाह गिलानी को फिलहाल कोई राहत नहीं दी गयी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मीरवाइज के निगीन आवास पर तैनात पुलिस और सुरक्षाबलों को हटा लिया गया है। मीरवाइज श्रीनगर की पुरानी बस्ती में स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में आज को एक धार्मिक सभा का आयोजन करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘ना गोली से ना गाली से बल्कि गले लगाने से’ कश्मीर समस्या का हल निकालने की घोषणा के तीन दिन बाद उन्हें रिहा किया गया है। मीरवाइज ने प्रधानमंत्री के बयान को स्वागतयोज्ञ बताया है। इस बीच शहर के बाहर स्थित हैदरपोरा हाउस पर बड़ी संख्या में पुलिस और सुरक्षाबल की सुरक्षा की निगरानी में कट्टरपंथी नेता गिलानी को नजरबंद रखा गया है।
कश्मीर में आतंकवादी गातिविधियों को बढ़ावा देने के एवज में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से आर्थिक सहायता लेने (टेरर फंडिंग)के आरोप में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किये गये गिलानी के दोनों बेटे, दामाद तथा प्रवक्ता अभी भी हिरासत में हैं।