12 मार्च 1993 को मुंबई में हुए सीरियल बम धमाकों में आज मुंबई की स्पेशल टाडा कोर्ट ने अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम समेत सभी दोषियों को सजा सुना दी है। अबू सालेम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। जिसके बाद उन्होंने टाडा कोर्ट में अर्जी दाखिल की है कि उन्हें दिल्ली की जेल में रखा जाए ताकि वह वहां अपने जरूरी काम कर सके ।
अपना सजा सुनते ही अबू सालेम जज क सामने रो पड़े | गौरतलब है कि आज टाडा कोर्ट ने अबू सलेम को दो अलग अलग मामले में सजा सुनाई है उन्हें उम्रकैद के साथ साथ 25 साल की भी सजा सुनाई गई है। हीं अबू के दूसरे साथी मोहम्मद ताहिर मर्चेंट और फिरोज अब्दुल राशिद खान को फांसी की सजा सुनाई गई है। जबकि करीमुल्लाह खान को उम्रकैद की सजा और दो लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया।
जुर्माना न देने पर करीमुल्लाह को जेल में दो साल और गुजारने होंगे। जबकि रियाज सिद्दीकी को 10 साल की सजा सुनाई गई। मुंबई में 12 मार्च 1993 को हुए सीरियल बम धमाकों में 257 लोग मारे गए थे और 700 से ज्यादा घायल हो गए थे। इन धमाकों में करीब 27 करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई थी।
इस मामले में 16 जून, 2017 को जस्टिस जीए सनप ने अबू सलेम, मुस्तफा डोसा, करीमुल्लाह खान, फिरोज अब्दुल रशीद खान, रियाज सिद्दीकी और ताहिर मर्चेंट को धमाकों का षडयंत्र रचने के लिए दोषी माना था जबकि एक अन्य आरोपी अब्दुल कयूम को इस मामले से बरी कर दिया था। इसमें मुस्तफा डोसा की मौत हो चुकी है।
फैसला सुनाए जाने से पहले अबु सलेम अपने वकीलों से बात कर रहा था। अबू सलेम कोर्ट में आराम से खड़ा था उसे पता था कि ज्यादा से ज्यादा उम्रकैद की सजा होगी। सजा सुनाने के बाद जब उससे पूछा गया कि उसे कुछ कहना है क्या इस पर सलेम ने कुछ नहीं कहा और मुस्कुराकर रह गया। सजा का ऐलान होने के वक्त भी वह शांत रहा । उसके चेहरे पर किसी तरह की परेशानी नहीं दिखी।
वहीं रियाज सिद्दीकी और करीमउल्लाह कोर्ट में कुरान पढ़ते रहे. सजा के दौरान भी उनका ध्यान कुरान में ही रहा । मौत की सजा पाने वाला ताहिर मर्चेंट फैसले के बाद रोने लगा। वहीं फिरोज खान और रियाज सिद्दीकी बेचैन दिखाई दिए। सजा के बाद फिरोज कोर्ट में ही अबू सलेम पर चिल्ला पड़ा जबकि फिरोज़ सजा सुनने के बाद बौखला गया।