पटना : केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने गांधी मैदान पटना में कृषि विभाग एवं पीएचडीसीसीआई द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय एग्रीटेक बिहार 2018 में अपने संबोधन में कहा कि पिछले साल पीएचडीसीसीआई दिल्ली कार्यालय से कृषि अध्यक्ष और चेयरमैन मुझसे मिलने आये और मुझे अपने यूपी कृषि हॉर्टी मेले में मुख्य अतिथि बनने का अनुरोध किया।
लेकिन कुछ पूर्व प्रतिबद्धताओं और शायद संसद सत्र में होने के कारण, मैं दिसंबर में लखनऊ में इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका और मैंने पीएचडीसीसीआई को बिहार में कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा, जहां के किसान पीछे रह गये हैं। पीएचडीसीसीआई ने मुझे आश्वस्त किया कि वे बहुत जल्द बिहार में एक मेला आयोजित करेंगे और मुझे बेहद खुशी है कि पीएचडीसीसीआई ने बिहार सरकार के सहयोग और भागीदारी से बिहार की राजधानी पटना में इस 3 दिनों के कृषि एवं बागवानी मेले को आयोजित किया है।
साथ ही मैं राज्य सरकार और इसके कृषि, पशुपालन, बागवानी, मछलीपालन विभागों को इस मेले में भाग लेने और इसे सफल बनाने के लिए बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि 100 से ज्यादा अग्रणी बीज कंपनियों, उर्वरक, ट्रैक्टर और अन्य कृषि में उपयोग होने वाले उत्पादों के निर्माताओं, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के एक जगह पर उपस्थित होने और किसानों को समग्र पैकेज की पेशकश से प्रोत्साहित हूं। अमूल, इफको, एनएफएल, कृभको और अन्य की मौजूदगी इस मेला में है।
यदि हम किसानों को संपन्न बनाना चाहते हैं तो हम खेती की आमदनी को दुगुना करने में पशुपालन, दुग्ध उत्पादन, बागवानी और मछलीपालन के योगदान को नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं। जापान, इजरायल, नीदरलैंड के दूतावासों की दिलचस्पी और मौजूदगी किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए बहुत ज्यादा प्रोत्साहित करने वाली है। इस मौके पर कृषि उत्पादन आयुक्त सुनिल कुमार सिंह तथा पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष सत्यजीत कुमार सिंह ने किसानों को संबोधित किया। इस अवसर पर कृषि विभाग एवं पीएचडीसीसीआई के पदाधिकारी/ कर्मचारीगण तथा भारी संख्या में राज्य किसान भाई-बहन उपस्थित थे।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।