नई दिल्ली : एआईएडीएमके ने पार्टी की महासचिव शशिकला को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मंगलवार को हुई जनरल काउंसिल की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके अलावा टीटीवी दिनाकरन द्वारा लिए गए सभी फैसले भी रद्द कर दिए गए हैं।
इसकी जानकारी देते हुए राज्य के मंत्री आरबी उदयकुमार ने कहा कि बैठक में यह रिजॉल्यूशन पास हुआ है कि शशिकला को पार्टी से निकाला जाता है। इसके साथ ही टीटीवी दिनाकरन द्वारा लिए गए फैसलों के लिए पार्टी बाधित नहीं है। वहीं अम्मा द्वारा जिन लोगों की नियुक्ति हुई थी वो बनी रहेगी। उदयकुमार ने बताया कि इसके साथ ही पार्टी के दोनों धड़ों ने साथ रहते हुए दो पत्ती चुनाव चिन्ह को वापस पाने की बात भी दोहराई है।
Chennai: #AIADMK(EPS-OPS faction) general council meeting begins pic.twitter.com/wxMAx67TEf
— ANI (@ANI) September 12, 2017
इससे पहले सोमवार को कोर्ट ने एआईएडीएमके की कार्यकारिणी की बैठक के खिलाफ दाखिल याचिका खारिज कर दी। शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण द्वारा यह याचिका दायर की गई थी। उन्हें भी पार्टी से दरकिनार कर दिया गया है।
एआईएडीएमके की होने वाली बैठक में प्रस्ताव पारित किया जाएगा और इसके साथ ही शशिकला की नियुक्ति और उनके सभी फैसलों को अमान्य घोषित कर दिया जाएगा। पार्टी के एक नेता ने बताया कि यह बैठक पार्टी के नियमों के मुताबिक ही बुलाई गई है, जिसमें साल में एक बार कार्यकारिणी की बैठक अनिवार्य है।
बता दें कि इससे पहले, एआईएडीएमके के दो धड़ों पन्नीरसेल्वम और पलनिसामी गुट ने विलय का ऐलान किया था। हालांकि, इस विलय का आधार ही यही था कि शशिकला को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। डीएमके ने इस विलय का विरोध करते हुए विश्वास मत की मांग की थी। डीएमके का दावा था कि सीएम पलनिसामी के पास पर्याप्त संख्याबल नहीं है। टीटीवी दिनकरन ने भी यही मांग उठाई थी।