लखनऊ : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि पूरा राज्य अराजकता की गिरफ्त में है, मगर इस पर राजभवन का ‘मौनधारण’ आश्चर्यजनक है। अखिलेश ने यहां एक बयान में कासगंज में घर में घुसकर तीन लोगों की हत्या, इलाहाबाद में एक वकील के दिनदहाड़े हुए कत्ल और वाराणसी में एक सपा नेता की गोली मारकर हत्या किये जाने के मुद्दे उठाते हुए कहा कि यह प्रदेश की ध्वस्त कानून-व्यवस्था की निशानियां हैं। बावजूद इसके, सरकार इन घटनाओं के लिये किसी की जवाबदेही नहीं तय कर रही है।
अखिलेश ने कहा कि अपराधियों के बढ़े हुए हौसलों के आगे शासन-प्रशासन लाचार नजर आ रहा है। पूरा सूबा अराजकता की गिरफ्त में है। उनके नेतृत्व वाली पिछली सरकार के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था पर अक्सर नुक्ताचीनी करने वाले राज्यपाल राम नाईक का प्रदेश की मौजूदा स्थिति पर ‘मौनधारण’ आश्चर्यजनक है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा है कि पुलिस मुठभेड़ से रामराज स्थापित होता है, जबकि अपराधी खुलेआम गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार को प्रदेश में विभिन्न घटनाओं में मारे गये लोगों के परिवारों को 50-50 लाख रूपये मुआवजा देना चाहिए।
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