हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने बताया कि राम रहीम के डेरा मुख्यालय से AK-47 और पेट्रोल बम जैसे घातक हथियार मिले हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शुक्रवार को हुई हिंसा में मारे गए लोग डेरा समर्थक थे। ये सभी लोग बाहर से आए थे। इस बीच खबर आई है कि सेना ने सिरसा में डेरा मुख्यालय को अपने कब्जे में ले लिया है। हालांकि आधिकारिक बयान में इस बात का खंडन करते हुए कहा गया है कि सेना डेरा मुख्यालय के अंदर नहीं घुसी, वहीं आस-पास के इलाके तक ही रही। वहीं शांति बहाली में जुटी सेना ने भी कहा है कि सेना का सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में घुसने का कोई प्लान नहीं है।
वही सिरसा के सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) परमजीत सिंह चहल ने कहा है कि सेना को डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में प्रवेश का आदेश नहीं दिया गया है वहीं गुरमीत राम रहीम के नाराज अनुयायी परिसर में जमे हुए हैं।
चहल ने कहा कि सेना को परिसर में प्रवेश का अभी तक कोई आदेश नहीं दिया गया है। सेना को केवल इलाके में कर्फ्यू लागू करने के आदेश हैं। सेना ने पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के साथ मिल कर डेरा सच्चा सौदा परिसरों के प्रवेश स्थलों पर अवरोधक लगाये हैं।
चहल ने बताया कि दोपहर में सेना और राज्य के अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक चल रही है।
महिलाओं एवं बच्चों समेत करीब एक लाख लोग डेरा मुख्यालय में मौजूद हैं। सेना और जिले के अधिकारी लाउडस्पीकरों के माध्यम से परिसर के अंदर मौजूद लोगों से वहां से हटने के लिये कह रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि बीती रात से अब तक यहां 15 डेरा अनुयायियों को गिरफ्तार किया गया है।
हिसार के महानिरीक्षक (आईजी) ए एस डिल्लो ने कहा कि कानून को अपने हाथ में लेने वाले लोगों को बख्शा नहीं जायेगा। हम उनके खिलाफ सख्त कार्वाई करेंगे।
सूत्रों ने बताया कि सेना को बीती रात विशाल डेरा परिसर का मानचित्र उपलब्ध कराया गया था। करीब 1,000 एकड़ में फैला परिसर अपने आप में एक बस्ती की तरह है जिसमें स्कूल, खेल गांव, अस्पताल और सिनेमा हॉल हैं।
आपको बता दे कि साध्वी रेप केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट की ओर से दोषी करार दिए जाने के बाद डेरा समर्थकों ने पंजाब, हरियाणा से लेकर दिल्ली तक गुंडागर्दी शुरू कर दी। लगातार पुलिस पर पथराव और गाडियों के जलाया गया। अब तक करीब 31 लोगों की जान जा चुकी है। और बड़ी संख्या में घायल होने की खबर है।