औरंगाबाद : राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से औरंगाबाद दंगा रोकने में ‘ नाकाम ’ रहने को लेकर इस्तीफे की मांग की है। इस दंगे में दो लोगों की मौत हो गई थी और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता मुंडे ने इस दंगे के संबंध में न्यायिक जांच कराने की मांग की। हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद वह संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने दावा किया , “ यह दो समुदायों के बीच झड़प का मामला नहीं था। यह औरंगाबाद नगर निगम के एक पार्षद द्वारा जबर्दस्ती धन वसूली के लिए किया गया था। ” मुंडे ने कहा कि शहर में संभावित हिंसा के संबंध में दो महीने पहले ही खुफिया जानकारी दे दी गयी थी।
उन्होंने कहा , “ हालांकि , पुलिस इस खुफिया जानकारी पर काम करने में विफल रही। उन अधिकारियों को निलंबित करना चाहिए जिन्होंने खुफिया जानकारी को छुपाया। मुख्यमंत्री को अपनी विफलता के लिए पद से इस्तीफा देना चाहिए। ” मुंडे ने कहा , “ इस दंगे के संबंध में एक न्यायिक जांच होनी चाहिए और इसमें मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को 25 लाख रुपये का मुआवजा तथा घायलों को दो लाख रुपया दिया जाना चाहिए। ” इस दंगे में 65 वर्षीय एक व्यक्ति और 17 वर्षीय एक किशोर की मौत हो गई थी तथा करीब 60 व्यक्ति घायल हैं , जिसमें दर्जनों पुलिसकर्मी हैं। यह दंगा 11 मई को शुरू हुआ था।
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