रायपुर : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के आदिवासी ग्राम जांगला से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना का आगाज कर दिया। बस्तर अंचल को सौगातों से लादते हुए उन्होंने दावा किया कि बीजापुर अब पिछड़े जिले की श्रेणी से निकलकर विकासशील जिलों की श्रेणी में शुमार हो जाएगा। जांगला में आयोजित समारोह में मोदी ने योजना का शुभारंभ करते हुए जय भीम के उदघोष के साथ संबोधन शुरू किया।
वहीं हल्बी और छत्तीसगढ़ी में भी बस्तर की धरती को नमन करने के साथ शहीद गैंद सिंगऔर शहीद गुंडाधुर को याद किया। उन्होंने दावे किए कि देश के सौ पिछड़े जिलों के सर्वे में बीजापुर जिले में बीते सौ दिन में सबसे अधिक और बेहतर काम हुए हैं। इस जिले ने अब अग्रणी स्थान बना लिया है इसलिए ही बीजापुर से योजना का शुभारंभ करने का निर्णय लिया।
उन्होंने बीजापुर समेत बस्तर के विकास में जवानों की शहादत को याद करते हुए विकास के मामले में सीएम के कामकाज की भी तारीफें की। उन्होंने कहा कि विकास की दौड़ में इस क्षेत्र में अब नई चेतना जागी है। इस दौरान उन्होंने उज्जवला योजना समेत केन्द्र की अन्य योजनाओं पर वहां हितग्राहियों को सीधे लाभान्वित किया।
मोदी ने खुद के पीएम बनने को भी बाबा साहब की देन बताते हुए कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के तौर पर पहचान दिलाने सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इसके लिए उन्होंने आम लोगों से ही नामकरण को लेकर सुझाव मांगे।
बीजापुर जिले को पिछड़ा जिला का लेबल लगाने को लेकर भी ईशारों में पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने दावे किए कि पिछड़ा जिले का लेबल हटाने ही वे यहां योजना का आगाज करने आए हैं। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बस्तर नेट परियोजना के पहले चरण के साथ दल्ली राजहरा रावघाट से लेकर भानुप्रतापपुर रेल लाइन का भी शुभारंभ किया। यह भी दावे किए कि बस्तर अब बदल रहा है और भविष्य में इकोनामिक हब के तौर पर जाना जाएगा।
उन्होंने बीजापुर के साथ सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों में हो रहे विकास पर भी सराहना की। उन्होंने बस्तर में विकास के दावों के साथ कहा कि नगरनार का स्टील प्लांट भी इस वर्ष शुरू हो जाएगा।
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