गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी की केन्द्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है। मेवाणी ने कहा कि खुद को बाबा साहब अंबेडकर का भक्त बताने वाले पीएम मोदी भीमा कोरेगांव हिंसा मामले पर चुप क्यों हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो 2019 में मोदी जी को मज़ा चखाएंगे।
उन्होंने कहा 9 जनवरी को दिल्ली में सामाजिक न्याय के लिए युवा हुंकार रैली करेंगे। इस रैली में अखिल गोगोई भी शामिल होंगे। उसके बाद मैं प्रधानमंत्री कार्यालय जाऊंगा और एक हाथ में संविधान और मनुस्मृति लेकर मोदी जी से पूछूंगा कि आप दोनों में से क्या चुनेंगे।
दलित नेता ने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद वेमुला, ऊना, सहारनपुर और अब भीमा-कोरेगांव में दलितों को निशाना बनाया गया है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप्पी साधे हुए हैं। समय आ गया है कि केंद्र अपनी स्थिति साफ करें। भीमा कोरेगांव में दलित शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे थे, जब उन पर हमला किया गया।
जिग्नेश ने कहा कि मेरे खिलाफ केस दर्ज करना सरकार की बचकाना हरकत है। उन्होंने कहा कि मैं भीमा कोरेगांव गया ही नहीं हूं और ना ही मैंने कोई भडकाऊ भाषण दिया है आप मेरी स्पिच सोशल मीडिया पर जाकर सुन सकते हैं। इतना ही नहीं जो बंद बुलाया गया था उसमें मैंने भाग लिया ही नहीं तो मेरे चलते हिंसा कैसे हुई।
उन्होंने कहा कि गुजरात में बीजेपी का अहंकार टूट गया है और 2019 में उनको मुझसे खतरा दिख रहा है। मुझे टारगेट किया जा रहा है, ताकि मेरी इमेज को खराब किया जा सके। उन्होंने कहा कि हम जातिविहीन समाज चाहते हैं। हम चांद पर पानी ढूंढ़ रहे हैं, लेकिन जमीन पर जातिवाद अपनी जड़ें जमाए हुए है। मुझे टारगेट किया जा रहा है। मैं एक निर्वाचित प्रतिनिधि हूं। मेरे भाषण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। मेरे भाषणों में प्रगतिशीलता की बात है।
गुजरात के विधायक ने कहा कि आप लाखों दलितों को गुस्सा कर रहे हैं। मैं ख़ुद पेशे से वकील हूं और मैंने कानून के दायरे में रह कर ही काम किया है और मेरे ऊपर मुकद्दमा दर्ज होने से किसी की भी भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं अपील करता हूं कि लोग सड़कों पर न उतरें।
उन्होंने कहा कि जो हमारे ऊपर छोटा मामला दर्ज़ हुआ है। बीजेपी 150 सीटों का घमंड लेकर घूम रहे थे और 99 पर आ गए। दलित समाज के एक एमएलए को टारगेट कर सकता है तो किसान और गरीब का क्या हाल होगा। मेरे स्पीच में कुछ भी इंफ्लेमेटरी नहीं था।
मेवाणी ने कहा कि बीजेपी गुजरात में हार का बदला ले रही है। ये दिखाता है कि कैसे एक दलित विधायक को टारगेट किया जा सकता है, तो आवाज उठाने वाले किसानों और दलितों को भी सॉफ्ट टारगेट बनाया जा सकता है।
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