अहमदाबाद : गुजरात में पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले सथाधारी भाजपा ने आज अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। इसमें किसानों की आय दोगुना करने के संकल्प के साथ ही समाज के विभिन्न वगो’ के लिये कई वादे किये गये हैं। घोषणा पत्र जारी करते हुये भाजपा के गुजरात चुनाव प्रभारी अरूण जेटली ने कहा कि इसे राज्य में पार्टी के शासनकाल के दौरान दर्ज 10 फीसद की वृद्धि को बरकरार रखने और इसमें और सुधार करने के पार्टी के संकल्प को ध्यान में रखते हुये तैयार किया गया है। इस घोषणा पत्र में 2012 के घोषणा पत्र से अलग भाजपा ने कोई लम्बे चौड़ वादे नहीं करने का फैसला किया। मौजूदा चुनावी दस्तावेज विवरण देने के बजाय अधिकतर संपूर्ण विकास और संकल्पों की बात करता है। वर्ष 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात भाजपा ने अगले पांच वषो’ में 50 लाख घरों के निर्माण का वादा किया था जो घोषणा पत्र का प्रमुख आकर्षण था।
आज जारी घोषणा पत्र में कहा गया है पार्टी सस्ती खाद, बीज, बेहतर सिंचाई, उचित न्यूनतम समर्थन मूल्य और खाद्य प्रसंस्करण (तक पहुंच) के जरिये किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करती है। महिलाओं की बात करें तो पार्टी ने नियमित अंतराल पर विधवा पेंशन की राशि में इजाफा करने का आश्वासन किया है। इसमें कहा गया कि भाजपा सरकार गुणवथा युक्त शिक्षा को प्राथमिकता देगी और अंतरराष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालय बनवायेगी। स्वास्थ्य के मोर्चे पर सथाधारी पार्टी ने कहा कि उसकी सरकार जेनरिक दवाओं की और दुकानें खोलेगी और सचल क्लीनिक और पैथलॉजी सुविधायें देने के साथ ही गुजरात को वेक्टर जनित रोगों से मुक्त बनायेगी। पार्टी ने घोषणा पत्र में स्मार्ट गांव बनाने, गरीबों के लिये पक्के घरों का निर्माण कराने की भी बात कही है। गुजरात के ग्रामीण इलाकों में हर घर में शौचालय बनवाने का भी वादा किया गया है। शहरी केंद्रों के लिये भाजपा ने स्मार्ट सिटी परियोजना और बहुस्तरीय पाकि’ग के निर्माण को समयबद्ध रूप से लागू करने का भी वादा किया है। पार्टीने जिला स्तर पर आदिवासी कल्याण बोर्ड और एक आदिवासी विश्वविद्यालय बनाने का भी वादा किया है।
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