रायपुर : कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद सरगर्मियां फिर बढ़ गई। वहीं छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल भाजपा ने जश्न के साथ इसे प्रदेश की ओर बढ़ता कदम माना। विकास यात्रा पर निकले सीएम रमन सिंह ने इसे पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में विकास की जीत करार दिया। नतीजों के बाद इसे चुनावी राज्यों में होने वाले असर को लेकर भी अटकलों और अनुमानों ने जोर पकड़ा हुआ है।
भाजपा आश्वस्त नजर आ रही है कि जीत का यह सिलसिला छतीसगढ़ तक पहुंचेगा। इतना ही नहीं बल्कि यह अन्य दो राज्यों में भी बरकरार रहेगा। इधर कांग्रेस ने जनादेश स्वीकार करते हुए दावे किए कि यह मिथक छत्तीसगढ़ से ही टूटेगा। इस मामले में भाजपा का अति आत्मविश्वास ही ले डूबेगा। दरअसल, कर्नाटक में सत्ता विरोधी लहर को हार की वजह माना जा रहा है। वहीं आसन्न विधानसभा चुनाव में तीनों ही राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं।
इधर भाजपा के वरिष्ठ नेता इन अटकलों से इत्तेफाक नहीं रखते। सत्ताधारी दल का दावा है कि देश में जनता अब विकास के मुद्दे पर ही मुहर लगाते हुए जनादेश दे रही है। इसलिए तीनों राज्यों में फिर से सरकार बनना तय है। छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। वहीं इसके लिए मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने सरकार की उपलब्धियों को लेकर विकास यात्रा पर निकले हैं।
इस दौरान वे सरकार के कामकाज का सोशल आडिट करने के भी दावे कर रहे हैं। इधर कांग्रेस ने भी अपनी अलग तैयारियां की है। कर्नाटक के चुनाव नतीजों का यहां कितना असर होगा, इस पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी हो सकता है। इसके बावजूद लगातार जीत से भाजपा कार्यकर्ता उत्साहित हैं। वहीं कांग्रेस में मायूसी पसरी हुई है। हालांकि जमीनी स्तर पर दोनों ही दलों की अपनी व्यापक तैयारियां हैं। इस मामले में रणनीति धमासान की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा रहा है।
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