भोपाल : कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार बाबा साहेब आम्बेडकर के संविधान को बदलना चाहती है। श्री कमलनाथ आज यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के प्रति भाजपा की क्या नियति है और क्या डीएनए है, यह बात आपको लोगों तक पहुंचानी होगी।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारियों में जुटने का आह्वान करते हुए कहा कि इस बैठक का केवल एक एजेंडा है और वह है चुनाव की चुनौती। हमारे पास समय बहुत कम है और हमें यह देखना है कि 90 दिनों में क्या संभव है। आज हर वर्ग परेशान है। यह आपको तय करना है कि कहां-कहां हम काम कर सकते हैं और कहां-कहां हमारा वजन है। कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रहार करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक तथ्य है कि संघ ने संविधान की प्रतियां जलाईं थीं, क्योंकि संविधान मनु स्मृति के स्वरूप पर प्रहार था।
यही मानसिकता आज भी दलितों को कुचलने का प्रयास कर रही है। संघ प्रमुख मोहन भागवत का बयान आता है कि आरक्षण पर पुनर्विचार हो। कर्नाटक में भाजपा नेताओं ने कहा था कि हमें इसलिए चुनें क्योंकि भारत का संविधान बदलना है। श्री सिंह ने कहा कि दो अप्रैल को दलितों का जो आंदोलन हुआ था वह खतरे की घंटी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि एक-एक विधानसभा में जो आठ-आठ, दस-दस हजार फर्जी वोटर जुड़ गये हैं, उनको हटवाइए।
पार्टी के मध्यप्रदेश प्रभारी दीपक बावारिया ने कहा कि पिछले 15 साल से हर वर्ग की समस्याएं कहीं न कहीं बनी हुई हैं। पूरे देश में हर क्षेत्र का कर्मचारी असुरक्षित महसूस कर रहा है। देश में छोटे किसानों और श्रमिकों के लिए कोई जगह नहीं है। बैठक को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, गुजरात के विधायक सिद्धार्थ परमार, कांग्रेस उपाध्यक्ष ब्रजलाल खाबरी और अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी ने भी संबोधित किया।
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