नौसेना की 6 जाबांज महिला अधिकारियों का दल आईएनएस तारिणी पर सवार होकर समुद्री रास्ते से विश्व परिक्रमा के लिए ‘नाविका सागर परिक्रमा’ अभियान पर आज गोवा से रवाना हो गया। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दोपहर बाद 1 बजे पणजी के समीप आईएसनएस मांडवी बोट पूल में अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
Goa: Union Defence Minister Nirmala Sitharaman at flagging-off ceremony of #NavikaSagarParikrama in Panaji pic.twitter.com/M692DsyIXZ
— ANI (@ANI) September 10, 2017
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाविका सागर परिक्रमा अभियान की साहसिक महिला टीम को उसके अभियान की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि वह इस अभियान की सफलता की कामना करते हैं।
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— Narendra Modi (@narendramodi) September 10, 2017
रक्षा मंत्री ने भी इसे देश के लिए एक ऐतिहासिक दिन बताते हुए अभियान की सफलता की कामना की। उन्होंने कहा, ‘इसके लिए मैं नौसेना के साथ ही उन लोगों की भी प्रशंसा करना चाहूंगी जिन्होंने इस अभियान के लिए जाबांज महिला अधिकारियों को प्रेरित और प्रशिक्षित करने का काम किया है।’ नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि यह अभियान सरकार के महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को प्रतिबिंबित करता है। करीब 55 फुट ऊंचे आईएनएस तारिणी के जरिए समंदर के रास्ते पूरी दुनिया की सैर करने का यह मिशन 22000 समुद्री मील से ज्यादा की यात्रा करेगा।
यह अभियान एशिया में महिलाओं द्वारा समुद्री मार्ग से धरती का चक्कर लगाने का पहला प्रयास होगा। इस अभियान का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कंमांडर वर्तिका जोशी कर रही हैं जिसमें उनके साथ लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, पी स्वाती, लेफ्टिनेंट एस. विजया देवी, बी ऐश्वर्या और पायल गुप्ता शामिल हैं। नाविका सागर परिक्रमा अभियान अपने सफर के दौरान रास्ते में फ्रीमेंटल (ऑस्ट्रेलिया), लिटलटन (न्यूजीलैंड), पोर्ट स्टेनले (फॉकलैंड) और केप टाउन (साउथ अफ्रीका) में रुकेगा और आखिर में इसकी यात्रा अप्रैल 2018 में गोवा में समाप्त होगी। इस यात्रा के दौरान महिला नौसेनिक अधिकारी गहरे समुद्र मे विभिन्न स्थानों पर प्रदूषण का आकलन करेेगी और इससे जुड़े आंकड़े इकठ्ठा करेंगी।
इसके अलावा वे समुद्री यात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए बीच मार्ग पर ठहरने वाले बंदरगाहों पर स्थानीय अधिकारियों से भी विचार विमर्श करेंगी। अभियान के दौरान ये महिला अधिकारी मौसम और समुद्री लहरों से जुड़े आकंडें भी संकलित करेंगी ताकि इनका इस्तेमाल मौसम पूर्वानुमानों और अनुसंधान कार्यों में किया जा सके। अभियान के रवाना होने के अवसर पर गोवा के मुख्य मंत्री मनोहर पार्रिकर, वाइस एडमिरल ए आर कार्वे, फ्लैग आफिसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिणी कमान सहित कई नौसेनिक अधिकारी,गणमान्य लोग और आम नागरिक भी मौजूद थे।