अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान 50 मिलियन फेसबुक उपयोगकर्ता का नीजी डाटा चुराने वाली कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के सीईओ अलेक्जेंडर निक्स को सस्पेंड कर दिया गया है।
क्या है कैंब्रिज एनालिटिका
आपको बता कि कैंब्रिज एनालिटिका एक निजी कंपनी है, जो डाटा माइनिंग और डाटा एनालिसिस का काम करती है। इसके सहारे ब्रिटेन के लंदन की ये कंपनी चुनावी रणनीति तैयार करने में राजनीतिक पार्टियों की मदद करती है। कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी क्रिस्टोफर ने नैतिकता को आधार बनाते हुए ये जानकारी सार्वजनिक की थी कि उनकी फर्म ने चुनावों को प्रभावित करने और ट्रंप को फायदा पहुंचाने के लिए फेसबुक के उपभोक्ताओं के डाटा का इस्तेमाल किया था।
तीन महीने में एक करोड़ उपभोक्ताओं की संख्या घटी
इस सूचना के लीक होने के बाद से फेसबुक के वैश्विक स्तर पर चौथी तिमाही में उपभोक्ताओं की संख्या 14 फीसदी बढ़ी है, लेकिन अमेरिका और कनाडा में स्थिति अच्छी नहीं है। यहां चौथी तिमाही के अंदर सिर्फ तीन महीने में एक करोड़ उपभोक्ताओं की संख्या घटी है।
ऐसे हुआ खुलासा
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक चैनल की ओर से जारी वीडियो में निक्स एक होटल बार में बैठे नजर आ रहे हैं और एक क्लाइंट को सलाह दे रहे हैं, जो उनके पास विदेशी चुनाव में मदद के लिए पहुंचा है। निक्स उसे सलाह देने है कि कंपनी चुनाव से पहले विपक्ष उम्मीदवार के पास एक खूबसूरत महिला को भेजती है और उनका वीडियो टेप कर लेती है। या फिर हम किसी अमीर लैंड डेवलपर को भेजते हैं, जो उन्हें पैसे ऑफर करता है। उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसी कई जानकारियां हैं।
गिरे फेसबुक के शेयर
मामला सामने आने के बाद अमेरिकी और यूरोपीय सांसदों ने फेसबुक से जवाब मांगा है। कार्रवाई के बाद फेसबुक कंपनी के शेयर सोमवार को 7% तक नीचे गिर गए। शेयर बाजार में कीमत घटने की वजह से फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्क को एक दिन में लगभग 6.06 अरब डॉलर (करीब 395 अरब रुपये) का झटका लगा।
यूरोपीय संघ ने मार्क जुगरबर्ग से मांगा जवाब
बता दें कि यूरोपीय संघ (European Union) ने मंगलावार को सूचनाओं की चोरी के मामले में फेसबुक (Facebook) के खिलाफ जांच तेज करने की वकालत की। ब्रिटेन ने भी इस मामले में फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) से सपष्टीकरण की मांग की है।
संघ की न्याय आयुक्त वेरा जोउरोवा ने अमेरिका के इस सप्ताह के दौरे में फेसबुक से स्पष्टी करण की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मार्क जुकरबर्ग कब यह बताने जा रहे हैं कि हमारी सूचनाओं के साथ क्या हुआ? सूचनाओं की चोरी शर्मनाक है। यूरोपीय संसद को निश्चित ही जांच शुरू करनी चाहिए। मैं आपको इसकी प्रगति की जानकारी देता रहूंगा।’ ब्रिटेन के सांसदों ने भी कल इस मामले में मार्क जुकरबर्ग से संसदीय समिति के सामने सफाई पेश करने को कहा था।
पहले भी घटी है ऐसी घटना
2016 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उसके प्लेटफॉर्म का रूसी लोगों ने भी इस्तेमाल किया था। हालांकि इसे लेकर जकरबर्ग कभी सवालों के घेरे में नहीं आए थे।
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