त्रिपुरा में रोज वैली एंड होटल इंटरटेंमेंट लिमिटेड से संबंधित पांच हजार करोड़ रुपये के घोटाले की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का 14 सदस्यीय दल कल यहां पहुंचा। बताया जा रहा है कि जांच दल राज्य में रोज वैली के प्रचार में कथित संलिप्तता और व्यवसाय में प्रशासनिक सहायता को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। सीबीआई अधिकारियों ने श्री सरकार के प्रचार वाले भाषणों के साथ कई तथ्य संग्रहित किए हैं।
इस सिलसिले में सीबीआई कई बार राज्य का दौरा कर चुकी हैं और कुछ अधिकारियों के साथ बहुत लोगों से पूछताछ कर चुकी है जिसमें मीडिया से जुड़े लोग, समाज कल्याण एवं पर्यावरण मंत्री बिजिता नाथ और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) केंद्रीय समिति के सदस्य गौतम दास भी शामिल हैं। सीबीआई की टीम कई समूहों में बंटी हुई हैं और जो लोग रोज वैली की गतिविधियों से वाकिफ हैं उनसे इस बारे में पूछताछ कर रही है। सीबीआई की टीम विपक्ष के एक नेता के घर भी पहुंची थी और रोज वैली मुद्दे पर पूछताछ की।
इस दौरान विपक्षी दल के नेता ने सीबीआई को कई दस्तावेज भी उपलब्ध कराये। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में पश्चिमी अगरतला पुलिस थाने में तीन मामले दर्ज किए गए थे जिसमें से बहुत कम धन वाले एक मामले को राज्य सरकार द्वारा सीबीआई के हवाले कर दिया गया लेकिन दो मामले जो बड़े लेन-देन से संबंधित है, उन्हें सीबीआई को नहीं भेजा गया जो जांच का विषय है। सीबीआई रोज वैली घोटाले में समाज कल्याण मंत्री नाथ की संलिप्तता को लेकर कई साक्ष्यों की जांच कर चुकी है। उन्हें माकपा के एक नेता द्वारा रोज वैली को मदद करने के लिए लिखी गई एक चिट्ठी भी मिली है। राज्य सरकार ने रोज वैली को बिना कर दिए व्यापार करने की अनुमति दे रखी थी।
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