रायपुर : रमन सरकार की विकास यात्रा के बाद पुलिस महकमें में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी हो सकती है। शासन स्तर से कुछ इसी तरह के संकेत मिल रहे हैं। वहीं जिलों में कानून व्यवस्था की लचर स्थिति को लेकर आ रही शिकायतों को दूर करने की कवायदें होगी। सूत्रों के मुताबिक कई जिलों में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर आम लोगों में भारी नाराजगी है। यही वजह है कि सरकार भारतीय पुलिस सेवा के अफसरों के प्रभार बदलने के मूड में है।
सूत्रों का यह भी दावा है कि मुख्यमंत्री के संकेतों के बाद प्रशासनिक स्तर पर इसकी तैयारी चल रही है। अंदरूनी कवायदों में उन आईजी और एसपी को बदला जाएगा जहां से अधिक शिकायतें मिली है। जिलों में पुलिसिया कामकाज और कार्यप्रणाली को लेकर लोगों में संतुष्टि नजर नहीं आई। वहीं सत्ताधारी दल के नेताओं की ओर से भी यही फीड बैक सरकार को मिला है। इसके बाद ही बदलाव की सुगबुगाहट तेज हुई है।
रमन सरकार की पहले चरण की विकास यात्रा 12 जून को समाप्त होगी। इसके बाद तत्काल फेरबदल पर मुहर लगने की संभावना है। इस मामले में मंत्रालय स्तर पर भी गृह और जेल विभाग में अफसरों के प्रभार बदल सकते हैं। वहीं पुलिस महकमें में लंबे समय से जमे अफसरों को हटाने की भी कवायदें होगी।
इसके अलावा तेज तर्रार और प्रशासनिक कामकाज में बेहतर रिपोर्ट वाले अफसरों को उन जिलों में भेजा जाएगा जहां से अधिक शिकायतें मिली है। इस मामले में नए सिरे से कवायदें जोर पकड़ी हुई है। कुछ जिलों में पुसि महकमें में निचले स्तर पर भी व्यापक बदलाव हो सकता है। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय में भी अफसरों के प्रभार बदले जा सकते हैं। वहीं विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी पुलिस अफसरों की तैनाती हो सकती है। सरकार संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष जोर देगी। वहीं चुनावी नजरिए से भी यह फेरबदल अहम हो सकता है।
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