नयी दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने आज दावा किया कि नरेन्द्र मोदी नीत राजग सरकार आर्थिक स्थिति को अस्वीकार कर रही है। उन्होंने इस सरकार को एक ऐसा भयानक रोगी बताया, जो रोगनिदान खुद करता है। पूर्व वित्त मंत्री ने मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रमण्यन को एक अच्छा डॉक्टर ( अर्थव्यवस्था का विशेषज्ञ) बताया, जिनकी अर्थव्यस्था पर सलाह पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अक्तूबर 2014 में सीईए नियुक्त किए जाने के बाद से अरविंद सुब्रमण्यन एक अच्छे डॉक्टर रहे हैं।’’ चिदंबरम ने आरोप लगाया कि सरकार लगातार इनकार किए जा रही है। यह अर्थव्यवस्था की स्थिति को अस्वीकार कर रही है। यह कृषि संकट को अस्वीकार कर रही है। यह बेरोजगारी को अस्वीकार कर रही है। यह विपक्ष की दलीलों को अस्वीकार कर रही है। अब, यहां तक कि यह रोगनिदान और 2014 में रखे गए डॉक्टर के नुस्खे को भी अस्वीकार कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह सीईए को अपने रोगियों की रोजाना जांच करने वाला एक डॉक्टर मानते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक खराब रोगी दवाइयां नहीं लेगा और वह अपना खुद का रोगनिदान करेगा और नुस्खा लिखेगा।’’ उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि बजट सुधारों का खाका खींचने और एक कार्यक्रम तय करने का अवसर है। चिदंबरम ने कहा कि इसके बजाय हमने एक महत्वाकांक्षी सुधार एजेंडा के लिए ‘इनहैंस्ड एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस’ शीर्षक से एक लंबा चौड़ा कार्यक्रम मिला। कांग्रेस नेता ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में चार ‘आर’ पर जोर दिया गया है – (रिकोगनिशन, रिजोल्युशन, रीकैपिटलाइजेशन और रिफार्म )। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि प्रथम तीन किया जा चुका है, जबकि बैंकिंग रिफार्म (सुधार) अब तक शुरू नहीं किया गया है।
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