रायपुर : छत्तीसगढ़ में रमन सरकार का लेाक सुराज अभियान उफान पर है। मुख्यमंत्री रमन सिंह प्रदेश के कई क्षेत्रों में अचानक पहुंच रहे हैं। वहीं इस दौरान सोगातों की झड़ी भी लगा रहे हैं। इधर सुराज अभियान में ही सीएक की कई घोषणाओं को अहम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि बारिश के पहले राज्य के 23 हजार घरों में बिजली पहुंचा दी जाएगी।
विभिन्न योजनाओं के जरिए बिजली विहीन क्षेत्रों में नए सिरे से कवायदें की गई है। इस मामले में लाईन बिछाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। इधर कुछ जिलों में बीते साल की तुलना में जन शिकायतों में भारी कमी आई है। बीते साल की अपेक्षा इस बार कम शिकायतें मिलने पर भी सीएम ने कलेक्टरों को सराहा है। हालांकि कुछ जिलों में जरूर शिकायतों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
इन जिलों के कलेक्टरों को सीएम की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा है। सुराज के दौरान सीएम खुद निचले स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रहे हैं। इधर कई जिलों में पेंशन प्रकरणों में भुगतान नहीं होने की शिकायतें हैं। सुराज के दौरान सीएम खुद इन शिकायतों को दूर करने निर्देश दे रहे हैं। सीएम ने बस्तर अंचल में बारिश से पहले बिजली विहीन घरों में बिजली पहुंचाने के वादे कर साधने की कोशिशें की है।
यह बस्तर के पहुंच विहीन क्षेत्र माने जाते हैं। इसके अलावा योजनाओं की जानकारी लेकर भी इसे दुरूस्त करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। यह भी कहा गया है कि इस मामले में विभिन्न योजनाओं की आंकड़ेवार जानकारी ले रहे हैं। इसे भी चुनावी नजरिए से अहम माना जा रहा है। इस बार सरकार ने सुराज को व्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ाया है। इसमें शिकायतों और समस्याओं के आवेदन लेकर अभियान के दौरान ही निराकरण की कोशिशें हुई है। इसका भी सत्ताधारी दल को चुनाव में फायदा मिल सकता है।
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