नयी दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने आज बताया कि समझौता होने के बावजूद उसे चीन से जल संबंधी आंकड़े प्राप्त नहीं हुए हैं, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि देश के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ से इसको जोडऩा जल्दबाजी होगी। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच गतिरोध जारी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं की क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने ब्रिक्स :ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका: शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास इस बारे में कोई सूचना नहीं है।
डोकलाम में गतिरोध की वर्तमान स्थिति के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है। हम चीन के साथ चर्चा जारी रखेंगे ताकि स्वीकार्य हल निकाला जा सके। सीमा पर शांति एवं स्थिरता बेहतर द्विपक्षीय संबंधों की सामान्य जरूरत होती है। यह पूछे जाने पर कि डोकलाम गतिरोध कब तक सुलझाया जा सकता है, उन्होंने कहा कि वे कोई ज्योतिषी नहीं है और इसलिये कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं।
चीन की ओर से जल संबंधी आंकड़े जारी किये जाने के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि इस वर्ष कोई जल संबंधी आंकड़ा चीन से प्राप्त नहीं हुआ है। हालांकि देश के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ से इसको जोडऩा जल्दबाजी होगी। चीन की ओर से आंकड़ा साझा नहीं किये जाने के पीछे कुछ तकनीकी कारण भी हो सकते हैं।