यू पी में आलू को लेकर बढ़े राजनीतिक सरगर्मी के बीच CM योगी आदित्यनाथ ने किसानों को इसके समर्थन मूल्य को बढ़ने का भरोसा दिया है। CM योगी ने आज यहां मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल में आयोजित सभा में कहा कि आलू का समर्थन मूल्य बढ़ाया जाएगा। उन्होंने किसानों को किसी तरह की चिन्ता नहीं करने की सलाह दी।
लखनऊ में विधानभवन के सामने, मुख्यमंत्री आवास के पास और कुछ अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर काफी संख्या में आलू बिखरा होने को लेकर सूबे की राजनीति गरम हो गयी है। बता दे कि योगी सरकार के विरोध में किसानों की नाराजगी अब सड़क से लेकर विधानसभा के बाहर तक पहुंच चुकी है। आलू किसानों का आक्रोश सड़कों पर फूट पड़ा है। शुक्रवार की रात को ही किसानों ने सड़कों पर आलू फेंकना शुरू कर दिया।
नाराज किसानों ने सीएम आवास सहित यूपी विधानसभा के बाहर कम कीमतों के विरोध में आलू फेंककर धरना प्रदर्शन किया। नाराज किसानों ने रात भर यूपी विधानसभा के बाहर सड़कों पर आलू फेंका। सुबह के समय विधानसभा के बाहर सिर्फ आलू ही आलू नजर आ रहे थे। स्थानीय प्रशासन इन आलूओं को हटवाने का प्रयास कर रहा है।
विपक्षी दलों ने आलू किसानों के प्रति सरकार का रवैया उपेक्षात्मक करार दिया है जबकि सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) का कहना है कि किसानों की समस्याओं का हर हाल में समाधान किया जाएगा।
बता दें कि सिर्फ लखनऊ ही नहीं, आलू किसानों ने पूरे यूपी में विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया हैं। इससे पहले दिसंबर महीने में आगरा में भी किसानों ने पुराने आलू फेंककर प्रदर्शन किया था। आगरा जिले में आलू की कीमतें 20 पैसे प्रति किलो तक पहुंचने से किसान बेहद हताश परेशान नजर आए।
दरअसल पिछले साल आलू की बंपर पैदावार होने की वजह से किसानों ने आलू कोल्ड स्टोरेज में रखवा दिया था लेकिन पुराने आलू की तरफ लोगों का रुख कम होने से लोग इन्हें खरीदने से कतरा रहे हैं और स्टोरेज मालिकों के पास इसे फेंकने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। प्याज और टमाटर के बढ़ते दामों के बीच आलू किसानों के लिए सरकार की तरफ से कोई भी घोषणा नहीं की गई है। किसानों का कहना है कि हमारी मांगे पूरी की जाएं नहीं तो इसी तरह आलू फेंकते रहेंगे और प्रदर्शन करते रहेंगे।
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