केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के 2019 में फिर से केंद्र में सत्ता में लौटने के बयान को ‘ मुंगेरी लाल के हसीन सपने ‘ बताते हुए कहा है कि कांग्रेस एक एक करके राज्यों के चुनाव में परास्त हो रही है फिर उसके सत्ता में वापसी का सवाल कहां उठता है।
गडकरी ने आज यहां इंडिया टूडे के सम्मेलन में कहा कांग्रेस की 2019 में सत्ता में लौटने की बात वास्तिवकता से बहुत दूर है। जो पार्टी विधानसभा चुनावों में एक के बाद एक पराजित हो रही है उसके सत्ता में लौटने का सवाल कहां पैदा होता है। बता दे कि सोनिया गांधी ने कल सम्मेलन को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि उनके अच्छे दिन के नारे का हश्र 2004 के ‘इंडिया शाइनिंग’ जैसा होगा और हम 2019 में फिर से सत्ता में वापसी करेंगे।
इसके जवाब में गडकरी ने पूरे विश्वास के साथ कहा ‘ देश की जनता एक बार फिर मोदी के लिए वोट करेगी।’ उन्होंने श्रीमती गांधी के 2019 के आम चुनाव में वापसी के कथन को ‘ मुंगेरी लाल के हसीन सपने’ करार दिया। भाजपा के राज्य विधानसभाओं में प्रदर्शन का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा ‘ हमारी पहुंच पूर्वोत्तर में हो गई है। केरल और पश्चिम बंगाल में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्ष में बैठी पार्टी तो यह जरुर ही कहेगी कि सत्तारुढ दल अगला चुनाव हारेगा। मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने पिछले चार साल में जितना काम किया है उतना कांग्रेस अपने 50 वर्ष के शासनकाल में नहीं कर सकी।
अच्छे दिन पर पूछे गए सवाल पर गडकरी ने कहा ‘अच्छे दिन सोच का विषय है।’ सरकार के बुनियादी सुविधा क्षेत्र, उड्डयन समेत अन्य क्षेत्रों में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कृषि क्षेत्र पर और ध्यान देने की जरुरत है। ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति और राजस्थान के दो लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार पर पूछे गए सवाल पर गडकरी ने कहा कि भाजपा का भविष्य उज्जवल है और चुनाव में हार जीत का क्रम चलता रहता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री लोकतांत्रिक तरीके से काम करते हैं किंतु ‘कड़क’ व्यक्ति हैं और केंद्र में एक व्यक्ति के शासन की अफवाहें केवल ‘धारणा’ है। भाजपा ‘ मां-बेटे की पार्टी’ नहीं है। यह ‘वाजपेयी अथवा आडवाणी या अमित शाह‘ की पार्टी नहीं है बल्कि ‘लाखों कार्यकर्ताओं’ का दल है। वर्ष 2019 के आम चुनाव में यदि भाजपा चुनाव नहीं जीत पाती है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी दल मोदी की अगुवाई को स्वीकार नहीं करते तो क्या वह अगले प्रधानमंत्री होंगे, गडकरी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री की दौड़ में नहीं हैं। उन्होंने कहा ‘ मैं प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहता।’
शिवसेना और तेलुगू देश पार्टी (तेदेपा) जैसे सहयोगियों के बीच नाराजगी के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा’ मेरा विश्वास है हमारे मित्र हमारे साथ रहेंगे’ और राजग फिर सत्ता में वापसी करेगी। सहयोगियों के साथ मतभेद दूर करने पर उन्होंने कहा ‘तेरा मेरा जमता नहीं-तेरे बिना मेरा बनता नहीं।’
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