रायपुर : अक्सर ऐसा देखा गया है कि चुनाव के वक्त तो नेता-मंत्री घर-घर जाकर लोगों से वोट देने की अपील करते हैं, जनता के दुख-दर्द को दूर करने के बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन जब यही नेता चुनाव जीत जाते हैं, तो अगले चुनाव आने तक जनता को उनका चेहरा देखना तक नसीब नहीं होता। छत्तीसगढ़ सरकार में भी ऐसे ही सांसदों, विधायकों और मंत्रियों की पोल खोलने के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी के जनसंपर्क अभियान में निकले रायपुर सांसद रमेश बैस, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, पीडबल्यूडी मंत्री राजेश मूणत और विधायक श्रीचंद सुंदरानी का लापता लिखा वाला पोस्टर लगाया है।
कांग्रेस ने भाजपा के इन सभी नेताओं को 4 साल से जनसंपर्कविहीन और लापता बताया। चारों स्थानीय जनप्रतिनिधियों के रंगीन पोस्टर जिस में वांटेड और लापता लिखा हुआ है, उसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चिपकाया है। इस दौरान शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने जनसंपर्क पर निकले रायपुर सांसद रमेश बैस और बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत, श्रीचंद सुंदरानी पर तंज कसते हुए कहा कि जब जनता का मकान-दुकान टूट रहा था, उस समय लोग न्याय की गुहार लगाकर अपने चुने हुए जनप्रतिनिधियों को ढूंढ रहे थे। लेकिन सत्ता के नशे में चूर ये जनप्रतिनिधि नदारद थे और कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार में मशगूल थे।
विकास उपाध्याय ने कहा कि जनता की आवाज़, उनकी पीड़ा, उनका दर्द इन नेताओं तक नहीं पहुंच पाता है, इसलिए जब जनता इनके खिलाफ हो चुकी है। अब जनता के रुख का अंदाज़ा इन्हें हो चुका है, इसलिए वे लोमड़ी की तरह चोला बदलकर जनहितैषी होने का ढोंग कर जनता से संपर्क साधने और उन्हें को बहलाने के लिए उनके द्वार-द्वार तक जा रहे हैं। लंबे समय से रायपुर के सांसद रमेश बैस बीते 4 साल के कार्यकाल में कभी जनता की आवाज को ना तो संसद में उठाते हुए दिखे और ना ही सड़क पर निकलकर जनता के दुख-दर्द को समझने की कोशिश ही की और यही हाल बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत और श्रीचन्द सुंदरानी का भी है।
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