पणजी : कर्नाटक में सबसे बड़े दल होने के आधार पर भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता दिए जाने के बाद कांग्रेस अब कल गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि अगर भाजपा को सरकार गठन के न्यौते के लिए सबसे बड़े दल का आधार , संवैधानिक और कानूनी रूप से स्वीकार है तो गोवा में भी उसे यही सिद्धांत लागू करना चाहिए। पार्टी के गोवा प्रभारी चेल्ला कुमार ने ‘ भाषा ’ को बताया , ‘‘ कल सुबह हमारे विधायक दल के नेता ( चंद्रकांत कावलेकर ) और पार्टी के दूसरे विधायक राज्यपाल से मिलेंगे। सबसे बड़ा दल होने की वजह से हम सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। उन्होंने कहा , ‘‘ गोवा में हमारे पास 16 विधायक हैं और हम सबसे बड़ी पार्टी हैं। अगर कर्नाटक में सबसे बड़े दल का आधार संवैधानिक और कानूनी रूप से स्वीकार है तो गोवा में भी यही सिद्धांत लागू होना चाहिए। ’’
यह पूछे जाने पर कि कल कुल कितने विधायक राज्यपाल से मिलेंगे तो कुमार ने कहा कि अभी राज्य में हमारे जितने भी विधायक मौजूद होंगे , हम सबको लेकर राज्यपाल के पास जाएंगे। इससे पहले , कांग्रेस विधायक दल के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि पार्टी कल सभी 16 विधायकों के हस्ताक्षर वाला एक औपचारिक पत्र राज्यपाल मृदुला सिन्हा को देकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। उन्होंने कहा कि गोवा की राज्यपाल को कर्नाटक के अपने समकक्ष द्वारा तय की गयी मिसाल का पालन करते हुए सबसे बड़ी पार्टी को सरकार के गठन के लिए बुलाना चाहिए और ‘‘12 मार्च , 2017 को की गयी अपनी गलती सुधारनी चाहिए। ’’ गोवा में पिछले साल मार्च में 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। उसके पास बहुमत से चार सीटें कम थीं। राज्य में भाजपा को 14 सीट मिली थीं और उसने गोवा फॉरवर्ड पार्टी तथा एमजीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। इन दोनों दलों को तीन – तीन सीट मिली थीं। तीन निर्दलीय भी भाजपा के पाले में चले गए थे।
गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता कावलेकर ने कहा , ‘‘ हमारे पास 16 विधायक हैं और उसके साथ हम विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी हैं। राज्यपाल को कर्नाटक के अपने समकक्ष द्वारा तय की गयी मिसाल का पालन करते हुए हमें गोवा में सरकार के गठन के लिए आमंत्रित करना चाहिए। ’’ गोवा कांग्रेस के प्रमुख गिरीश चूडांकर ने कहा कि राज्यपाल अलग अलग नियमों पर नहीं चल सकते। उन्होंने कहा , ‘‘ जहां कर्नाटक में राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित किया , गोवा में भी उसी मिसाल का पालन किया जाना चाहिए। ’’ गौरतलब है कि कर्नाटक में 104 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी भाजपा को राज्यपाल ने जद ( एस )- कांग्रेस के गठबंधन के दावे के बावजूद सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। जद ( एस )- कांग्रेस के गठबंधन ने अपने पास 117 विधायकों का समर्थन होने का उल्लेख करते हुए सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया था। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों पर चुनाव हुआ था। इसके मद्देनजर बहुमत का आंकड़ा 112 सीटों का है।
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