दक्षिणी दिल्ली: तिहाड़ जेल से छूटने के बाद ऑटो खरीदकर नशीले पदार्थों की तस्करी करने का सपना था, लेकिन उस सपने को पूरा करने के लिए ऑटो खरीदने की जरूरत थी। इस काम के लिए पैसे चाहिए थे, तो दो युवकों ने दक्षिण पूर्वी जिले में मोटरसाइकिलों की चोरी करके पैसों का बंदोबस्त शुरू किया। हालांकि उनका सपना पूरा होने से पहले जिला एएटीएस पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान मनमीत उर्फ सोनू (25) और सुमित उर्फ सोनू उर्फ सुक्का (18) के रूप में की गई, जिनके पास से चोरी की 22 मोटरसाइकिलें बरामद करके पुलिस ने 17 मामले सुलझाए हैं।
जिला पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि मनमीत पिछले साल 21 नवंबर व सुमित 31 नवंबर को जेल से छूटकर आए थे। दोनों वाहन चोरी के ही मामलों में जेल गए थे और पिछले कई माह से तिहाड़ में बंद थे। सिर्फ एक महीने में दोनों ने 22 वाहनों की चोरी की और इस महीने 60 गाड़ियों की चोरी का लक्ष्य रखा था। आरोपियों की योजना थी कि वह चोरी की गाड़ियां बेचकर एक ऑटो रिक्शा खरीदना चाहते थे, जिसे दिन में किराए पर चलाकर कमाई करते, तो वहीं रात में उससे गांजा व शराब की तस्करी की योजना बनाई थी।
दोनों आरोपी खुद भी गांजे का नशा करते हैं। उन्होंने बताया कि जिले में वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ने के बाद एसीपी ऑपरेशन केपी सिंह की देखरेख में एएटीएस इंचार्ज लव आत्रे की टीम का गठन किया गया, जिन्होंने मुखबिरों की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि वह हॉलीवुड फिल्म ‘गॉन इन 60 सेकेंड्स’ देखकर प्रेरित हुए थे, जिसमें वह 60 सेकेंड में वारदात को अंजाम देता था।
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