नई दिल्ली : पंजाब और गोवा का विधानसभा चुनाव हारने के बाद आम आदमी पार्टी ने हरियाणा का रुख करने का निर्णय लिया है। पार्टी अक्टूबर 2019 तक होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगी। पार्टी को उम्मीद है कि वैश्य समाज का साथ पार्टी के साथ है और विधानसभा चुनाव में उन्हें सफलता मिल सकती है। रविवार को वैश्य अग्रवाल समाज द्वारा आयोजित हुए आभार समारोह के दौरान मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनाव की तैयारियों में जुटने को कहा।
समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि हरियाणा में पार्टी का अच्छा कद है और अभी से तैयारी की जाए तो पार्टी को सफलता मिल सकती है। बता दें कि 90 विधानसभा सीट वाले हरियाणा में फिलहाल भाजपा की सरकार है। अक्टूबर 2014 में घोषित हुए परिणाम में भाजपा को 47 सीटें मिली थी। इससे पहले यहां भाजपा के उम्मीदवार चार-पांच सीटों पर ही कब्जा कर पाते थे। इस राज्य में इंडियन नेशनल लोक दल, कांग्रेस और हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी-बीएल) का बोलबाला रहा है।
ऐसे में आप को यहां अपनी जमीन तलाशने के लिए काफी मेहतन करनी होगी। हालांकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद हरियाणा से आते हैं और पार्टी का एक बड़ा हिस्सा हरियाणा से ही संबंध रखता है। लेकिन यह पार्टी को फायदा दे पाया या नहीं यह आने वाला समय ही बताएगा। यहां हमेशा जाट और नान जाट के बीच लड़ाई रही है। इसी का फायदा 2014 में भाजपा को मिला था। इस चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल ने 19 और कांग्रेस ने 15 सीटों पर ही सिमटकर रह गई थी।
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