नई दिल्ली : मानसून के दौरान होने वाली जलजनित बीमारियों को रोकने के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल ने जीरो टाॅलरेन्स की नीति अपनाने का निर्देश दिया है। इस संबंध में शुक्रवार को राजनिवास पर उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में बैजल ने जलजनित बीमारियों (डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया) और मौसमी इन्फ्लुएंजा (एच 1 एन 1) की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन, मुख्य सचिव, दिल्ली, प्रधान सचिव, स्वास्थ्य, अध्यक्ष, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद, उत्तरी और पूर्वी दिल्ली के निगमायुक्त, एडीजीएचएस स्वास्थ्य, और संबंधित अधिकारियों ने रिपोर्ट सौंपी।
इस दौरान एलजी ने कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी सभी ठोस नीति अपनाई जाए। मच्छरों के प्रजनन को रोका जाए। साथ ही लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाए। लोगों को बताया जाए कि घरेलू स्तर पर प्रजनन स्थलों की निगरानी करें और दूसरों को भी प्रेरित करें। उन्होंने बच्चों के माध्यम घरों तक अभियान चलाने का निर्देश दिया। एलजी ने स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य एजेंसियों को निर्देश दिया कि वह डेंगू के मरीजों के लिए उचित सामग्री एकत्र कर लें। उन्होंने आगे कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के लिए पर्याप्त किट, दवाइयां इत्यादि अस्पतालों में उपलब्ध हों। जे-जे कलस्टर और संवेदनशील जगहों पर विशेष प्रयास की आवश्यकता है।
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