नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) दसवीं कक्षा का मैथ्स का पेपर लीक मामले को भी दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने सुलझा लिया है। मैथ्स के पेपर को पूर्व में गिरफ्तार डीएवी स्कूल, उना के शिक्षक राकेश ने ही लीक करवाया था। मैथ्स पेपर लीक मामले में पुलिस ने राकेश से पूछताछ के बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया उना के ब्रांच मैनेजर शेरूराम (35), हेड कैशियर ओम प्रकाश (48) व राकेश की भाभी मंजू बाला (बदला हुआ नाम) को भी गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस इकोनॉमिक्स और मैथ्स पेपर लीक मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस के मुताबिक राकेश ने दोनों बैंक कर्मियों की सहमती से बैंक के स्ट्रांग रूम से 23 मार्च को ही इकोनॉमिक्स और मैथ्स का पेपर निकाला था। जिसे उसने फिरोजपुर पंजाब निवासी अपनी भाभी मंजू को वाॅट्सएप कर दिया। वहीं से मैथ्स का पेपर पंचकुला होता दिल्ली के पश्चिम विहार पहुंचा। अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार ने बताया कि सीबीएसई का 12वीं कक्षा और 10वीं कक्षा पेपर लीक मामले में दो एफआईआर दर्ज की गईं थीं। मामले की गंभीरता को देखते एसआईटी का गठन किया गया।
इकोनॉमिक्स पेपर लीक मामले को डीसीपी डॉ. जी. राम गोपाल नाइक के नेतृत्व में एसीपी राजेश कुमार की टीम लीड कर रही थी। गत शनिवार को टीम में शामिल इंस्पेक्टर सुशील कुुमर, सुरेंद्र, विनय त्यागी, एसआई दिनेश, हवा सिंह, हेडकांस्टेबल शशिकान्त, संजीव आदि ने इकोनॉमिक्स पेपर लीक मामले में एक सेंटर के सुपरिटेंडेंट एवं डीएवी स्कूल, उना के शिक्षक राकेश व जवाहर नवोदय स्कूल के क्लर्क अमित और चपरासी अशोक को गिरफ्तार कर लिया।
अधिक जानकारियों के लिए यहाँ क्लिक करें।