पश्चिमी दिल्ली : आज हम वैज्ञानिक प्रगति के चलते चांद, तारों व मंगल ग्रह पर पहुंच चुके हैं। लेकिन जीवन में मंगल तब आएगा जब हम अपनी सभ्यता, संस्कृति तथा संस्कारों से देश-विदेश में अपनी पहचान बनाएंगे। ये सुविचार पंजाब केसरी की डायरेक्टर व वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन श्रीमती किरण चोपड़ा ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज के एन्यूअल कल्चरल फेस्ट ‘सृजन’ 18 के कार्यक्रम के दौरान कहीं।
फेस्ट के दौरान श्रीमती चोपड़ा ने कहा कि कॉलेज एजुकेशन में बेटियों को शिक्षा ही नहीं बल्कि अपनी सभ्यता, संस्कार व व्यवहारिक शिक्षाएं भी मिलती हैं। यही वजह है कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं अग्रणी हैं। बेटियों की पहली गुरु मां होती है जो उनका पालन-पोषण करती हैं। दूसरी गुरु सासु मां होती हैं जो व्यवहार की शिक्षा देकर जीवन क्षेत्र में आगे बढ़ाती हैं।
उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि मुझे भी दो माताओं से प्यार, व्यवहार व संंस्कार मिले हैं। जिनके कारण मैं अपने पिता के डॉक्टर बनने के सपने को तो साकार नहीं कर सकीं पर मुन्ना भाई एमबीबीएस डॉक्टर बनकर वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में खुशियां भरकर समाज-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हूं। उन्होंने आगे कहा कि मर्यादा अनुशासन से जीवन में हर सफलता पाई जा सकती है।
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– ववीता चौहान