दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण का चेताने वाला स्तर कम करने के कदमों पर चर्चा करने के लिए पंजाब एवं हरियाणा में अपने समकक्षों के साथ आज बैठक करने की इच्छा जताई। दिल्ली में वायु की गुणवत्ता कल इस मौसम में सबसे खराब रही। पराली जलाने से पैदा हुए जहरीले धुएं और नमी के संयुक्त प्रभाव के कारण शहर गैस चैम्बर में तब्दील हो गया और लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई।
इसके कारण अधिकारियों ने सिलसिलेवार कदम उठाते हुए प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने और पार्किंग शुल्क को चार गुना बढ़ने की घोषणाएं कीं। शहर में आज भी धुंध की घनी चादर छाई रही जिसके कारण दृश्यता कम हो गई।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, मैं पंजाब एवं हरियाणा के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर पराली जलाने के समाधान खोजने के लिए उनके साथ एक बैठक करने का अनुरोध कर रहा हूं।
Am writing letters to CMs of Punjab and Haryana requesting them for a meeting to find solns to crop burning
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 8, 2017
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने दिल्ली में जन स्वास्थ्य को लेकर आपात स्थिति बताते हुए सरकार से अपील की है कि स्कूलों में खुले में होने वाले खेलों और ऐसी अन्य गतिविधियों पर रोक लगाई जाए। दिल्ली सरकार ने बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और दमा एवं हृदय से जुड़ अन्य बीमारियों से पीडत़र लोगों सहित ऐसे लोगों के लिए स्वास्थ्य परामर्श जारी किया है, जिनके इससे प्रभावित का खतरा अधिक है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली, उथर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा की सरकारों से नाराजगी जताते हुए पूछा कि इस तरह के हालात बनने का पूर्वानुमान होने के बाद भी रोकथाम के लिए कदम क्यों नहीं उठाये गये।