नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा में उस समय हंगामे कि स्थिति खड़ी हो गई, जब ओखला से विधायक अमानतुल्लाह ने दिल्ली सरकार के अधिकारियों की संख्या को लेकर विधानसभा में सवाल उठा दिया। विधानसभा के तीसरे दिन मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बड़ी संख्या में अधिकारी भी सदन में पहुंचे थे। जिस समय एलजी के अभिभाषण पर सरकार की ओर से धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जा रहा था, उस वक्त विधायक अमानतुल्लाह ने यह सवाल खड़ा किया।
विधायक अमानतुल्लाह का कहना था कि इतनी बड़ी संख्या में अधिकारियों का आना एक तरह से दबाव की राजनीति है। विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने इस बात पर चर्चा करने के लिए समय देने की बात कही, लेकिन चर्चा कब की जाएगी यह तय नहीं किया गया। गौरतलब है मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई बदसलूकी के मामले के बाद सरकार के कुछेक अधिकारियों ने मीडिया में इंटरव्यू दिए थे, जिसे लेकर दिल्ली सरकार के विधायकों ने अपना विरोध भी दर्ज कराया है।
दिल्ली विधानसभा में लगभग 10-15 अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था होती है लेकिन मुख्य सचिव के साथ इतनी बड़ी संख्या में अधिकारी आए थे कि बहुत से अधिकारियों को बाहर भी खड़ा होना पड़ा था।
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