कर्नाटक में कांग्रेस और बीजेपी के बीच अब जुबानी जंग काफी तेज हो गई है। कर्नाटक चुनाव के मद्देनजर नेताओं की बयानबाजी में हिंदुत्व शब्द का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में दो विचारधाराओं- ‘सांप्रदायिकता’ और ‘धर्मनिरपेक्षता’ के बीच मुकाबला होगा।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने सिद्धारमैया के RSS और भाजपा के कार्यकर्ताओं को हिंदू उग्रवादी बताने वाले बयान पर पलटवार किया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरूवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस पार्टी का हिंदुओं के प्रति रूख खुल कर सामने आ गया है, इसमें कुछ नया नहीं है। पात्रा ने कहा कि पहले भी कांग्रेस सरकार के दौरान हिंदू आतंकवाद की बात सामने लाई गई थी। अब एक बार फिर कर्नाटक में इस मुद्दे को उठाया जा रहा है।
पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी जनेऊ पहनकर अस्थाई हिंदू बनने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस की सोच अब सामने आ रही है। पात्रा ने इस दौरान विकीलीक्स द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हिंदू टेरर वाले खुलासे का भी जिक्र किया। वही सिद्धरमैया ने इस बात से इनकार किया कि राज्य में कांग्रेस के लिए सत्ता विरोधी लहर है और कहा कि कर्नाटक में स्पष्ट बहुमत के साथ कांग्रेस फिर से सरकार बनाएगी।
वे राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों और रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। बैठक के बाद सिद्धरमैया ने मीडिया से कहा, ”यह चुनाव मेरे और येदियुरप्पा के बीच नहीं होगा। यह मेरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुकाबला नहीं होगा। यह दो चारधाराओं- ‘सांप्रदायिकता’ और ‘धर्मनिरपेक्षता’ के बीच मुकाबला होगा। ” उन्होंने बताया की राहुल 10 फरवरी को कर्नाटक में चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें।