नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा के पेपर लीक मामले में क्राइम ब्रांच एसआइटी की टीम जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। जगह-जगह छापेमारी के बीच एसआइटी की टीम गूगल से जानकारी मिलने के बाद शनिवार रात सीबीएसई के दफ्तार प्रीत विहार पहुंची। पुलिस ने वहां कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की। उधर, ज्वाॅइंट सीपी क्राइम ब्रांच अलोक कुमार ने इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी से इन्कार किया है। हालांकि सूत्रों की मानें तो एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल और दो अध्यापकों को पुलिस ने अभी तक नहीं छोड़ा है।
क्योंकि पुलिस खुद अभी तक यह तय नहीं कर पा रही है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाए या फिर छोड़ा जाए। बता दें कि एसआईटी को शुक्रवार को जानकारी मिली कि बवाना के एक पब्लिक स्कूल ने 26 मार्च को 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र की परीक्षा तय समय से पहले 9.15 बजे ही शुरू कर दी थी। स्कूल प्रबंधन ने कुछ छात्रों को समय से पहले स्कूल बुलवा उन्हें परीक्षा में बैठा प्रश्नपत्र मुहैया करवा दिए थे। जिसके बाद एसआईटी ने उक्त स्कूल के प्रधानाचार्य व दो शिक्षकों को हिरासत में ले लिया। उनके पास प्रश्नपत्र बैंक से सुबह 8 बजे तक ही पहुंच गए थे।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें।