नई दिल्ली : दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) में अनुबंध के आधार पर श्रीनिवास पुरी डिपो में कंडक्टर के पद पर काम करने वाले कर्मचारी बाल्मीकि झा को निगम ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जारी नोटिस में उनसे 72 घंटों के भीतर जवाब देने को कहा गया है। ऐसा न किये जाने पर कर्मचारी को सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है। जारी नोटिस में गत पांच फरवरी को श्रीनिवास पुरी बस डिपो में तैनात ड्यूटी ऑफिसर सुभाष चंद द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि उस दिन बाल्मीकि झा अपने साथियों के साथ डिपो में आये लेकिन उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं की। और न ही अपने साथ आये अन्य कर्मचारियों को उपस्थिति दर्ज कराने दी। जबकि पास सेक्शन पर उनकी ड्यूटी लगायी गई थी।
नोटिस में आगे कहा गया कि बाल्मीकि झा और उनके साथियों ने डिपो के गेट पर खड़े होकर अन्य कर्मचारियों को भी डिपो में आने से रोका। उन्होंने बसे बाहर न ले जाने के लिए अन्य कर्मचारियों को उकसाया और अपने सहयोगियों के साथ बस बाहर ले जा रहे कुछ ड्राइवरों और कंडक्टरों को ऐसा करने से रोक दिया। उस दिन डिपो से कम बस निकलने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे डीटीसी को बड़ी मात्रा में आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। नोटिस में कहा गया है कि उनका व्यवहार न केवल निंदनीय है बल्कि डीटीसी और बाल्मीकि झा के बीच हुए अनुबंध की कई धाराओं का उल्लंघन भी है।
इसीलिए उन्हे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिसका 72 घंटों में जवाब देना आवश्यक है। ऐसा न होने पर उनकी सेवाओं को बर्खास्त किया जा सकता है। ज्ञात हो कि डीटीसी के अनुबंधित कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर गत पांच फरवरी को डीटीसी मुख्यालय से दिल्ली सचिवालय तक नारेबाजी करते हुए पैदल मार्च निकाला था। इस दौरान कर्मचारियों ने श्रमायुक्त तथा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मांगों का ज्ञापन भी सौंपा था।
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