नई दिल्ली: एक ओर दिल्ली वाले नए साल की पार्टी की तैयारी करते हुए महंगे से महंगे रेस्तरां बुक करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो दूसरी ओर नगर निगम में काम करने वाले कर्मचारी सैलरी ने मिल पाने के चलते हड़ताल की तैयारी कर रहे हैं। हालत यह है कि सफाई कर्मचारियों और शिक्षकों को पिछले तीन महीनों से सैलरी नहीं मिली है। जिसके चलते पूर्वी और उत्तरी निगम के सफाई कर्मचारी, शिक्षक और डॉक्टर स्टाफ के बहुत से कर्मचारी अपनी यूनियन के साथ मिलकर हड़ताल करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
तीन महीने से वेतन के इंतजार में शिक्षक… उत्तरी और पूर्वी निगम के शिक्षक पिछले तीन महीनों से वेतन के इंतजार में हैं। उत्तरी निगम के कुछेक जोन में फंड मिलने के बाद सैलरी जारी किए जाने की बता कही जा रही है, लेकिन वह भी सितंबर माह की सैलरी। अक्टूबर, नवंबर की सैलरी के बारे में न तो निगम के नेताओं को और न ही अधिकारियों को कोई जानकरी है। यही हाल पूर्वी निगम के शिक्षकों का भी है। यहां भी तीन महीने से निगम शिक्षकों को सैलरी नहीं मिली है।
बीते पांच सालों से पूर्वी निगम के अध्यापकों को एरियर और बाल शिक्षण भत्ता तक नहीं मिला है। नगर निगम शिक्षक संघ(शाहदरा साउथ जोन) के संयोजक सतेंद्र नागर ने बताया कि अगर हमें 20 दिसंबर तक वेतन नहीं दिया गया तो हमारे पास धरने प्रदर्शन और हड़ताल के अलावा कोई और ऑप्शन नहीं बचता है।
वहीं दूसरी ओर उत्तरी दिल्ली के उदारवादी रिपब्लिकन पार्टी पैनल के अध्यक्ष कुलदीप खत्री का कहना है कि 2016 में भी हम लोगों को अपने वेतन के लिए आठ दिन की हड़ताल करनी पड़ी थी। इस बार भी मजबूरन हम लोगों को हड़ताल पर जाना पड़ सकता है। लगभग तीन महीने से हमें कोई सैलरी नहीं मिली है। दो साल होने को आ गए हैं, हमें अभी तक एरियर नहीं दिया गया है।
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– सज्जन चौधरी