नई दिल्ली: हरिनगर में जेल रोड स्थित श्री संतोषी माता मंदिर में आज ब्रह्मलीन 1008 सद्गुरु श्री शमशेर बहादुर सक्सेना जी के 13वें मूर्ति स्थापना दिवस पर आयोजित शोभायात्रा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। हर वर्ष 6 दिसंबर को मनाए जाने वाले इस पारंपरिक मूर्ति स्थापना दिवस पर श्रद्धालु महंत जी को अपने ईष्ट मानकर और भक्ति तथा पाठ के माध्यम से पुण्य कमाते हैं। प्रातः मंदिर से पूरी श्रद्धापूर्वक भव्य शोभायात्रा मौजूदा गद्दीनशीन गुरु श्री अमित सक्सेना जी, जो कि संचालक और संरक्षक हैं, के सान्निध्य में आरंभ हुई तो श्रद्धालुओं ने ‘जय संतोषी मां’ के जयघोष किए। 108 सौभाग्यवती नारियों ने कलश यात्रा ब्रह्लीन सद्गुरु जी को श्रद्धापूर्वक समर्पित की।
शोभायात्रा के पूरे मार्ग में जगह-जगह स्वागत के लिए तोरणद्वार बने हुए थे। गणपति गणेश जी, भगवान शंकर, वैष्णो माता, संतोषी माता और राधा-कृष्ण जी की झांकियों पर लोग पुष्पवर्षा करते हुए और भक्ति करते हुए नृत्य कर रहे थे।
पूरी शोभायात्रा में भक्ति संगीत की लहरें फूट रही थीं। शोभायात्रा में दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, नोएडा और राजस्थान से आए हजारों श्रद्धालुओं ने उपस्थिति दर्ज कराकर पुण्य कमाया। सबसे आगे सद्गुरु श्री शमशेर बहादुर सक्सेना जी की प्रतिमा रखी हुई थी और लोग पंक्तिबद्ध होकर मत्था टेकते हुए पुण्य कमा रहे थे जबकि गुरु अमित सक्सेना जी जिस बुग्गी पर सवार थे, श्रद्धालुओं में उन्हें खुद खींचने की होड़ सी लगी हुई थी। श्रद्धालुओं का मानना है कि शोभायात्रा में शामिल होकर उन्हें उनके ईष्ट सब कुुछ प्रदान कर देते हैं।
शोभायात्रा प्रातः आरंभ हुई आैर दोपहर मंदिर में ही सम्पन्न हुई तो वहां एक बार फिर सत्संग होने लगा। गुरु श्री अमित सक्सेना जी के सान्निध्य में भंडारा वितरित कराया गया और इस अवसर पर उन्होंने सभी भक्तों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने इस अवसर पर भारत में सदा शांति, सांप्रदायिक सद्भाव आैर सर्वजन कल्याण की अरदास भी की। गुरु सक्सेना जी ने मूर्ति स्थापना दिवस में योगदान देने वाले सभी भक्तों काे भी आशीर्वाद दिया।
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