दक्षिणी दिल्ली : जेएनयू में चल रहे हाजिरी अनिवार्य और यौन उत्पीड़न मामले को लेकर प्रदर्शन जारी है। वहीं हाजिरी अनिवार्य को लेकर जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रो. प्रमोद कुमार ने बताया कि हाजिरी अनिवार्य का निर्णय अकादमिक परिषद की बैठक में लिया गया था। इसके बाद भी शिक्षक और छात्र प्रशासन के इस फैसले का पालन नहीं कर रहे हैं। यह फैसले प्रशासन ने अुनदान आयोग के नियम के आधार पर बनाए हैं। साथ ही कहा कि प्रशासन के इस निर्णय को शिक्षक और सभी छात्रों को मानना अनिवार्य है। वहीं जेएनयू में हाजिरी अनिवार्य और सात डीन व केंद्र अध्यक्ष को हटाने को लेकर शिक्षक संघ ने विवि की कर्रवाई को पूरी तरह से ठप कर दिया है।
गुरुवार को भी हाजिरी अनिवार्य और प्रो. जौहरी को लेकर प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्र और गार्ड के बीच कहासुनी हुई। इस दौरान सुरक्षा कर्मी द्वारा परिसर में पुलिस बुला ली गई। इस पूरे मामले को लेकर जेएनयू छात्रसंघ के संयुक्त सचिव शुभांशु सिंह ने कहा छात्र शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। जबकि सुरक्षाकर्मियों ने इस दौरान छात्रों के बदसलूकी की थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन छात्रों को पुलिस के जरिए डराना चाहती है। इसी कारण प्रशासन कैंपस में आए दिन पुलिस को बुला रही है।
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