नई दिल्ली : सिखों की पगड़ी पर सुप्रीम कोर्ट की टिपण्णी पर देश ही नहीं दुनिया भर के सिखों में रोष बढ़ता जा रहा है। इसी मामले को लेकर रविवार को पश्चिमी दिल्ली स्थित तिलक नगर में दिल्ली के सिंह सभा गुरुद्वारा और सिख राजनीति से जुड़ी पार्टियों के सदस्यों ने एक बैठक की। जिसमें सुप्रीम कोर्ट की पगड़ी वाली टिपण्णी पर चर्चा हुए। इस दौरान शिरोमणी अकाली दल दिल्ली के यूथ विंग के प्रधान रमनदीप सिंह सोनी और यूनाइटेड सिख मिशन के हरमिंदर सिंह आहलूवालिया ने कहा कि यही बात अगर फ्रांस, अमेरिका या अन्य किसी देश ने कही होती तो बात समझ में आती है।
लेकिन जिस देश की आजादी और सम्मान के लिए सिखों ने अपनी आहुति दी है उसी देश में इस तरह का प्रश्न पूछना, सिखों का अपमान है। इनका कहना है कि अगर सेना में सिखों को दस्तार पहनने से नहीं रोका गया। यही नहीं 150 सौ की रफ्तार से चलने वाली वाइक पर भी पगड़ी पहनकर चलने की इजाजत इस देश का कानून देता है तो क्या साइकिलिस्ट जगदीप सिंह पुरी को पगड़ी पहनकर प्रतियोगिता में हिस्सा लेने नहीं दिया जा सकता है। कार्यक्रम के दौरान यह तय किया गया कि कोर्ट को इस टिपण्णी पर पुन: विचार करने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे।
अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें।