दक्षिणी दिल्ली : दक्षिणी जिले में अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अब टाटा 407 (ट्रक) के साथ न सिर्फ पेट्रोलिंग कर रही है, बल्कि सड़क पर हुड़दंग मचाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। शुरुआत में सिर्फ बॉर्डर इलाकों वाले पांच पुलिस थानों में टाटा 407 के जरिए पेट्रोलिंग शुरू की गई थी, लेकिन इसकी सफलता देखने के बाद पांच अन्य थानों में भी टाटा 407 से पेट्रोलिंग शुरू की गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ट्रक को पूरी तरह से मोडिफाई किया गया है, जिसमें विशेष तरह की फ्लैश लाइट लगवाई गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस शाम को छह बजे से रात के ग्यारह बजे तक इलाके भर में गश्त करती है, जिसमें असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त युवाओं को हिरासत में ले लिया जाता है।
पुलिस हिरासत में लेकर इन युवाओं की जानकारियां खंगालती है, जिस प्रक्रिया में कई बार पुलिस की गिरफ्त में वांछित बदमाश तक आए हैं। अंबेडकर नगर, नेब सराय, संगम विहार, फतेहपुर बेरी, मालवीय नगर जैसे इलाकों में पुलिस ट्रक के साथ गश्त कर रही है। इस कवायद में संबंधित एसएचओ अपने स्टाफ के साथ खुद राउंड पर निकलते हैं, जिसमें पुलिस शराब पीकर हुड़दंग, लड़ाई झगड़ा, किसी नुक्कड़ पर बैठकर आवाजाही कर रहे लोगों को परेशान करने वालों को तुरंत हिरासत में लिया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, लगभग एक महीने से जिले में यह कवायद की जा रही है, वहीं जिन पुलिस थानों को अभी ट्रक मुहैया नहीं हो सकी है, उसके आसपास मौजूद थाने के पास संबंधित इलाके में भी गश्त करने की जिम्मेदारी दी गई है।
पुलिस का मानना है कि पूरी गश्त का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है। कई थानों में जहां प्रतिदिन सवा सौ से डेढ़ सौ के बीच पीसीआर कॉल पहुंचती थी, उनका आंकड़ा अब 40 से पचास कॉल प्रतिदिन तक का सिमट गया है। मसलन, अंबेडकर नगर थाने में एसएचओ ओम प्रकाश ठाकुर की देखरेख में गश्त की जा रही है। थाने में लगभग डेढ़ महीने पहले पीसीआर कॉल का औसत सवा सौ कॉल प्रतिदिन था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में यह गिरकर 50 कॉल तक पहुंच गया है। जिला पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने बताया कि सभी एसएचओ को शाम के समय इलाके में गश्त करने का निर्देश है।
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– रवि भूषण द्विवेदी