नई दिल्ली : सीबीएसई के दसवीं के गणित और बारहवीं के अर्थशास्त्र के पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को पेपर लीक से जुड़ी एक बेहद महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। सूत्रों की माने तो पुलिस की जांच काफी हद तक इसके सूत्रधार तक पंहुच चुकी है। जिसकी तलाश की जा रही है। पश्चिमी दिल्ली के मियांवली से जुड़े इस शख्स के हाथ आने के बाद सारी उलझी हुई कड़ियों को जोड़ा जा सकता है। दूसरी तरफ क्राइम ब्रांच का दायरा कोचिंग सेंटर चलाने वाले लोगों और कुछ शिक्षकों के इर्द गिर्द घूम रहा है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक पिछले 24 घंटों की जांच में कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे है। फिलहाल क्राइम टीम की पूछताछ भी छात्रों और कोचिंग सेंटर चलाने वालों पर केंद्रित है। क्योंकि इन्ही से कड़ी मिल पाएगी की आखिर सीबीएसई के सुरक्षित नेटवर्क में किसने सेंध लगाई। सबसे बड़ी बात जांच एजेंसी भी मान कर चल रही है कि बिना किसी अंदरूनी शख्स के पेपर लीक होने की संभावना नहीं हो सकती।
लिहाजा अब पुलिस ने सीबीएसई से पेपर तैयार किये जाने से लेकर परीक्षा केन्द्र तक पहुंचने का पूरा प्रोसेस बताने को कहा है। साथ ही उन लोगों की जानकारी भी मांगी है जिनके बीच से ये पेपर होकर गुजरते है। क्योंकि दोनों ही पेपर करीब 24 घंटे पहले से ही छात्रों के पास मौजूद थे। जबकि परीक्षा केंद्रों पर पेपर परीक्षा से 2 घंटे पहले ही पहुंचते है। लिहाजा पुलिस ने परीक्षा केंद्रों की भूमिका को फिलहाल संदेह के घेरे से बाहर रखा है। पुलिस की जांच के ये बात भी सामने आयी कि सबसे पहले दिल्ली के मादीपुर में पुलिस को कॉल की गई थी कि कुछ लोगो ने सीबीएसई का पेपर लीक किया था। जांच की गई तो पता चला कि एक कोचिंग सेंटर चलाने वाले एक शख्स के पास ये पेपर आया था। पुलिस फिलहाल जिन बच्चों के पास पेपर आया था उनसे पूछताछ में जुटी हैं।
अभी तक कि जांच में सामने आया है कि सबसे पहले बारहवीं का अर्थशास्त्र का पेपर 10 छात्रों के पास आया। जहां से वो और तेज़ी से सरकुलेट हुआ। और देखते ही देखते बहुत सारे छात्रों और शिक्षकों के फोन में वाट्सएप के जरिए पंहुचा। जबकि इसके 2 दिन बाद दसवीं के गणित का पेपर 2 दर्जन छात्रों के फ़ोन में पंहुचा। अभी तक कि जो जांच है उसमें घूमकर शक की सुईं पश्चिमी दिल्ली के उस संदिग्ध तक जा रही है। पुलिस की कई टीम उसकी तलाश कर रही है। इससे ये भी साफ हो जाएगा कि दोनों पेपर का एक ही सूत्रधार है। लेकिन पुलिस ने ये भी साफ कर दिया है कि अभी तक इस मामले में जितने भी लोगों के नाम सामने आए है किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी गयी है।
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