नई दिल्ली : पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम के निदेशक रवि शास्त्री राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच पद की दौड़ में शामिल होंगे और उन्होंने मंगलवार को इसके लिये आवेदन करने की पुष्टि की। मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली के खासे पसंदीदा शास्त्री वर्ष 2014 से 2016 के बीच टीम इंडिया के निदेशक रह चुके हैं और उनके मार्गदर्शन में टीम 2015 विश्वकप के सेमीफाइनल तक पहुंची थी। हालांकि कार्यकाल समाप्त होने के बाद वह अपने पद से हट गये थे।
शास्त्री ने हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोच पद पर आवेदन मांगने पर भी इस पद के लिये आवेदन नहीं किया था। लेकिन कोच अनिल कुंबले के अचानक इस्तीफे के बाद बोर्ड ने और आवेदन मांगे थे जिसके बाद शास्त्री का यह निर्णय सामने आया है। समझा जाता है कि शास्त्री के पद पर आवेदन नहीं भरने पर कप्तान विराट ने काफी असंतोष जताया था जिनके शास्त्री के साथ काफी करीबी संबंध माने जाते हैं।
इससे पहले गत वर्ष भी शास्त्री ने कोच पद के लिये आवेदन किया था लेकिन तब पूर्व कप्तान अनिल कुंबले को प्राथमिकता देते हुये एक वर्ष के लिये टीम का मुख्य कोच चुना गया था। कुंबले का चयन बोर्ड की सचिन तेंदुलकर वीवीएस लक्ष्मण और सौरभ गांगुली की तीन सदस्यीय समिति ने किया था। कुंबले ने गत सप्ताह ही कप्तान विराट के साथ मतभेदों के चलते पद से इस्तीफा दे दिया था।
कोच कुंबले का कार्यकाल चैंपियंस ट्राफी के बाद समाप्त हो गया था लेकिन बोर्ड ने उन्हें कैरेबियाई दौरे तक पद पर बने रहने के लिये कहा था। लेकिन लंदन से टीम के सीधे वेस्टइंडीज रवाना होने से पहले ही कुंबले ने पद छोड़ दिया था। भारतीय टीम के मुख्य कोच के लिये पहले आवेदन करने वाले उम्मीदवारों में इससे पहले पूर्व क्रिकेटर वीरेंद, सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पाइबस और लालचंद राजपूत शामिल थे जिनकी पुष्टि खुद बीसीसीआई ने की है।
शास्त्री ने इस दौड़ में शामिल कर मुख्य कोच पद की रेस को रोमांचक बना दिया है। उनके मार्गदर्शन में भी भारतीय टीम ने काफी सफलता देखी और श्रीलंका में टेस्ट सीरीज जीती थी। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से हराया और एशिया कप भी जीता।