नई दिल्ली : राजधानी स्थित केंद्र सरकार के बड़े अस्पताल सफरदजंग पर एक बार फिर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है। राजस्थान निवासी 47 वर्षीय महिला कमला देवी ने आरोप लगाया है कि उनके दाएं कूल्हे के प्रत्यारोपण के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही से एक नस दब गई। जिससे अब उनके दाहिने पैर में संवेदना ही नहीं रही। पीड़ित ने इसकी शिकायत अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक, स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रधानमंत्री से की है। पीड़ित कमला देवी की मानें तो बीते वर्ष एक दुर्घटना में उनके दोनों कूल्हों में चोट आ गई थीं। जिसके इलाज के लिए वह सफदरजंग अस्पताल आई थीं। यहां बीते वर्ष 22 सितंबर को उनके बाएं कूल्हे का प्रत्यारोपण डॉ. जतिन तलवार ने किया जो सफल रहा। इसकी जांच के लिए जब वह इस वर्ष जनवरी में अस्पताल आईं तो यहां डॉक्टर ने उन्हें दाएं कूल्हे के प्रत्यारोपण के लिए भी सलाह दी।
इस ऑपरेशन की जांच के लिए जब वह 13 फरवरी को अस्पताल आईं तो एंडोक्राइनोलॉजी के डॉक्टर ने जांच कर दो सप्ताह के बाद रिपोर्ट दिखाने को कहा। लेकिन इसके बाद भी डॉ. तलवार ने उसी शाम करीब सवा सात बजे उन्हें बुलाकर वार्ड नंबर 28 के बेड नंबर 36 पर भर्ती कर लिया। कमला का आरोप है कि उन्होंने स्वयं डॉक्टर को नए इको और एमआरआई के नहीं होने की जानकारी दी थी, लेकिन इसके बाद भी डॉक्टर पुराने इको से ऑपरेशन की बात पर अड़े रहे। इस दौरान इनका न तो इको, एमआरआई और न ही एक्स रे कराया गया। इस दौरान ऑपरेशन के लिए उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से 48 हजार रुपए मिले थे, जो सीधे अस्पताल के पास आए। इसके साथ ही उनसे 32 हजार रुपए और जमा करा लिए गए। लेकिन 16 फरवरी की सुबह जब उन्हें ऑपरेशन के लिए ले जाया गया, तब एनेस्थीसिया देने के बाद डॉक्टर ने 17 हजार रुपए कम होने की बात कह कर ऑपरेशन रोक दिया।
लेकिन करीब 40-45 मीनट बाद बिना पेमेंट के ही दोबारा एनेस्थीसिया देकर उनका ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। कमला की माने तो ऑपरेशन के दौरान डॉ. तलवार के स्वयं मौजूद होने के बाद भी जूनियर डॉक्टर से ऑपरेशन कराया गया। जबकि डॉ. तलवार पूरे समय बकाया रकम के लेकर परेशान दिखे। ऑपरेशन के बाद उन्हें अपने दाएं पैर में किसी भी तरह संवेदना का अहसास नहीं हुआ। इसकी जानकारी देने के बाद भी डॉ. तलवार उसकी चिंता करने के बजाए एक सप्ताह के लिए छुट्टी पर चले गए। वापस आने पर भी उन्होंने इलाज पर ध्यान देने के बजाए बकाए रकम की वसूली पर जोर देने लगे। कमला के जोर देने पर उन्होंने बताया कि उनकी कोई नस दब गई है जिसकी वजह से यह परेशानी हो गई। वहीं डॉक्टर ने उन्हें ऑपरेशन की सीडी देने से भी इंकार कर दिया।
अधिक जानकारियों के लिए बने रहिये पंजाब केसरी के साथ।