नई दिल्ली: दिल्ली की सबसे पॉश खान मार्केट में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी सीलिंग हुई। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी की निगरानी में खान मार्केट में 11 दुकानों को सील किया गया। सीलिंग के कारण खान मार्केट में दूसरे लगभग 50 प्रतिशत ग्राहकों की कमी देखी गई। दिन भर चले सीलिंग के इस खेल से खान मार्केट में आने वाले विदेशी पर्यटकों में भी डर नजर आया। सीलिंग के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल दिन भर खान मार्केट में मौजूद था। जहां भी सीलिंग टीम जाती लगभग 20-25 पुलिस वाले टीम के साथ-साथ जाते। इतनी बड़ी संख्या में पुलिस को देखकर विदेशी नागरिकों में खौफ था। मंगलवार को करीब 12 बजे से एनडीएमसी द्वारा सभी रेस्तरां और स्टोर्स का मुआयना किया गया। मंगलवार को करीब 11 दुकानों को सील किया गया।
कन्वर्जन चार्ज जमा कराने के बाद की गई सीलिंग…सोमवार को करीब 3 बजे कन्वर्जन चार्ज भुगतान नही करने का हवाला देते हुए सीलिंग की प्रक्रिया शुरू की गई थी। लेकिन एसोसिएशन का यह आरोप है कि कन्वर्जन चार्जेज और तमाम एनओसी क्लियर होने के बाद भी, अवैध निर्माणों को बेमतलब मुद्दा बनाया गया है। किसी भी रेस्तरां और स्टोर के मालिकों को पहले से कोई भी नोटिस नही दिया गया था। अचानक सीलिंग शुरु कर दी गई और सभी कागजातों के सही होने के बावजूद सीलिंग की जा रही है। जिसका आधार अब अवैध निर्माण बताया जा रहा है। खान मार्केट एसोसिएशन के प्रवक्ता दिनेश का कहना है कि हमें पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी, सारे एनओसी होने के बावजूद रेस्तरां और स्टोर को सील कर दिया गया है, अब अवैध निर्माणों को कारण बताया जा रहा है। मार्केट की रेप्युटेशन ताक पर है, पिछले दो दिनों में काफी नुकसान भी हुआ, ग्राहक आने बन्द हो गए है, सभी दुकानदार डरे हैं।’
ग्राहकों ने किया सीलिंग का समर्थन…खान मार्केट में आने वाले लोगों से जब बात की गई तो उनका भी यही मानना था कि अगर नियमों की अनदेखी कर चल रहे रेस्तरां या स्टोर्स सील किए जा रहें हैं तो ये सही है। पर पहले से ही एनडीएमसी और रेस्तरां मालिकों को नियम को लेकर क्लीयर होना चाहिए। जिससे यहां आने वालों की सेफ्टी दाव पर न लगे। खान मार्केट एसोसिएशन हेड संजीव मेहरा का मानना है कि ‘ ये तरीका सही नहीं है, यहां ऐसा कुछ अवैध नहीं हो रहा था जिसके लिए ये तमाशा किया गया है, जो सील भी हुए है वो छोटी मोटी टेरेस या कॉरिडोर हैं, जिसका हल मिल बैठ कर बातचीत से भी निकाला जा सकता है। ऐसी कार्रवाई की जरूरत नहीं थी।’
सीलिंग के विरोध में आप ट्रेड विंग ने बुलाई बैठक….राजधानी में जारी सीलिंग के विरोध में आम आदमी पार्टी की ट्रेड विंग ने बुधवार को आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक में सीलिंग के विरोध में रणनीति तैयार की जाएगी। आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बताया कि हाल ही में जब आप नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल निगम आयुक्त् से मिला था तब उनके तरफ से आश्वासन दिया गया था कि अगले तीन महीने तक कोई सीलिंग न करके व्यापारियों को कन्वर्जन शुल्क जमा करने का वक्त दिया जाएगा, लेकिन हकीकत यह है कि दिल्ली के अलग-अलग बाजारों में सीलिंग हर रोज की जा रही है। देश के युवाओं को रोजगार देना तो दूर की बात है, भाजपा शासित केंद्र सरकार और दिल्ली नगर निगम लोगों का रोजगार छीन रहे हैं। एमसीडी द्वारा दिल्ली के व्यापारियों की दुकानें सील की जा रही हैं जिससे लोगों के ना केवल काम-धंधे चौपट हो रहे हैं बल्कि लोगों की नौकरियां भी प्रभावित हो रही हैं। सीलिंग के नाम पर दिल्ली के व्यापारियों से करोड़ों रुपए की उगाही की जा रही है।
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