नई दिल्ली : कुख्यात गैंगस्टर संदीप आका उर्फ संजय उर्फ ढिल्लू मंडोली जेल के अंदर से कारोबारियों से रंगदारी का धंधा चला रहा था। जेल के बाहर सक्रिय गैंग के बदमाश ‘संदीप आका’ के नाम से कारोबारियों से रंगदारी वसूलते थे। इसके अलावा संदीप आका के इशारे पर ही वे सट्टा रैकेट और नशे का कारोबार करते। इस बात का खुलासा कुख्यात गैंगस्टर संदीप आका को पुलिस की कस्टडी से फरार कराने वाले बदमाशों ने किया है। हैरानी की बात है कि संदीप फोन के माध्यम से लगातार जेल के बाहर अपने साथियों के संपर्क में था। जबकि दावा किया जा रहा है कि उसे मंडोली जेल में हाई रिस्क सेल के अंदर रखा गया था।
उसने खुद ही जेल के अंदर रहते हुए साथियों के साथ मिलकर फरार होने का पूरा षड़यंत्र भी रचा था। पुलिस सूत्रों की मानें तो सलमान उर्फ बगीरा संदीप का राइड हैंड है। वह तिहाड़ जेल में पहले भी संदीप के साथ रह चुका है। संदीप को फरार कराने में उसकी सबसे बड़ी भूमिका थी। वह मंडोली जेल में अकसर संदीप से मिलने जाता था। हैरानी की बात है कि वह जेल प्रशासन को गच्चा देते हुए अपने भाई तो कभी किसी और की आईडी पर जेल में संदीप से मिलता था।
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– वसीम सैफी