नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश के बाद दिल्ली के आद्यात्मिक गुरु बाबा वीरेंद्र दीक्षित के खिलाफ मामले की जांच अपने हाथ में लेने के बाद बुधवार को सीबीआई ने 3 एफआईआर दर्ज कर ली। रोहिणी सहित दिल्ली में 8 आश्रम चलाने वाले बाबा वीरेंद्र दीक्षित के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी, जिसमें बाबा पर आरोप लगाया गया था कि वीरेंद्र दीक्षित ने अपने आश्रम में लड़कियों और महिलाओं को बंधक बनाकर रखा हुआ है और उनका शारीरिक शोषण करता है।
जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने एक पैनल का गठन कर दिल्ली पुलिस, महिला आयोग को आश्रम में जाकर हकीकत पता लगाने के लिए कहा। जब टीम ने आश्रम में जाकर देखा तो सभी आरोप प्रथम दृष्टया सही लगे। लड़कियों को वहां बंद पिंजरेनुमा कमरों में रखा गया था। जब ये रिपोर्ट हाईकोर्ट को दी गयी तो हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए मामला सीबीआई को दे दिया और सीबीआई को अगली सुनवाई के दौरान बाबा को अदालत में लाने को कहा। हालांकि अभी तक सीबीआई भी वीरेंद्र दीक्षित को ढूंढने में नाकाम रही है। लेकिन बुधवार को सीबीआई ने इस संबंध में 3 एफआईआर दर्ज कर ली।
सीबीआई ने इससे पहले दिल्ली के विजय विहार पुलिस स्टेशन में दर्ज तीनों मामलों को भी टेक ओवर कर लिया। विजय विहार में इस बाबत 2 एफआईआर बाबा के खिलाफ बलात्कार और बंधक बनाने की है। जबकि एक मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ हाईकोर्ट के पैनल के साथ बदसलूकी करने का दर्ज किया गया था। ये तीनों ही मामले अब सीबीआई ने ले लिए है। सीबीआई ने इन सभी मामलों की जांच के लिए एसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई है। गौरतलब है कि दिल्ली महिला आयोग ने अभी तक वीरेंद्र दीक्षित के दिल्ली के आश्रमों से 45 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है। इस मामले में आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होगी जहां सभी को अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट को बतानी है।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करें।